जिसे आप समझ रहे हैं नॉर्मल खांसी कहीं वो TB तो नहीं? इन 8 लक्षणों से पहचाने: TB Symptoms
TB Symptoms: TB एक संक्रमण होता है जो बैक्टीरिया Mycobacterium tuberculosis द्वारा शुरू होता है। यह एक गंभीर और संक्रमणकारी बीमारी है जो आमतौर पर फेफड़ों को काफी ज़्यादा प्रभावित करती है, हालांकि इसका प्रभाव कई अंगों जैसे कि किडनी, स्कीन और अंडकोषों जैसे अन्य अंगों पर भी हो सकता है। TB एक बहुत ही संक्रमणकारी बीमारी होती है और यह व्यक्ति से व्यक्ति के जरिये फैलती है। इसके लक्षणों में सामान्य थकान, वजन कम होना, भूख न लगना, बुखार, साँस लेने में कठिनाई, रात्रि में पसीना, गले में खराश और खून उगलने का अनुभव शामिल होता है।
TB के इलाज के लिए, दवाओं का एक दूसरे के साथ संयोजन या कम से कम 6 महीने तक लंबे समय तक दवाओं का सेवन करने की ज़रुरत होती है। समय रहते इलाज शुरू करना बहुत ज़रूरी होता है, क्योंकि जल्द से जल्द इलाज शुरू करने पर पर ही जल्दी लक्षणों में सुधार देखा जा सकता है और संक्रमण को ज़्यादा फैलने से रोका जा सकता है।
ज़्यादातर लोगों के लिए नॉर्मल खांसी कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाती है, लेकिन TB के मामलों में खांसी एक बुरी तरह से होती है और धीरे-धीरे बढ़ती है। अगर आपको निम्नलिखित लक्षण हैं, तो आपको टीबी का संभावित अंदेशा हो सकता है:
TB Symptoms: ये हैं टीबी की खांसी के लक्षण
- गंभीर खांसी जो 2 हफ्तों से ज़्यादा समय तक रहती है। लगातार दवाइयां लेने से ठीक नहीं होती।
- खांसी के साथ कफ में खून आना टीबी का एक सामान्य लक्षण है।
- टीबी संक्रमण वाले व्यक्ति को हर काम के बाद काफी ज्यादा थकान महसूत होती है।
- इस दौरान व्यक्ति की भूख में अकसर कमी आजाती है। वो सही से खान – पान नहीं करते हैं।
- ऐसे में व्यक्ति का वजन लगातार कम होता रहता है।
- अचानक से ठंड लगना
- बार बार बुखार चढ़ना
- टीबी संक्रमण वाले व्यक्ति को अक्सर रात के समय पसीने भी आते हैं।
ये हैं टीबी की खांसी के कारण
- अगर किसी भी व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर है तो उन्हें टीबी होने के काफी चान्सेस होते हैं।
- टीबी संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क में आने से भी टीबी संक्रमण फेल सकता है।
- खराब डाइट का सेवन करने से भी टीबी संक्रमण हो सकता है।
- जो लोग लगातार और बहुत ज़्यादा धूम्रपान करते हैं, उनमे भी टीबी संक्रमण होने काफी हाई चांस होते हैं।
- जिन लोगो को पहले से किसी तरह का हेल्थ डिसऑर्डर या खासतौर पर किडनी की बीमारी है उन्हें भी इससे बच के रहना चाहिए।
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टीबी का इलाज
टीबी के इलाज के लिए पहला एपिसोड- 6 महीने तक दवाएं और शरीर के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को ज़्यादातर मात्रा को मारने के लिए रेगुलर फॉलो-अप करना पड़ता है। ताकि बैक्टीरिया को फैलने से रोका जा सके और मरीज को दोबारा टीबी न हो। टीबी के दूसरे एपिसोड- 8 से 9 महीने के दौरान टीबी की दवाएं जो शरीर के अंदर फैले हुए टीबी को जड़ से ख़तम करने का काम करती हैं। अगर किसी व्यक्ति को श्रेणी एक और दो में दवा लेने के बावजूद आराम नहीं मिलता है तो उन्हें तीसरी या चौथी बार फिर से टीबी से संक्रमित हो सकता है।