कैसे करें अपने मंदिर की सफाई: Temple Cleaning
Temple Cleaning: सनातन धर्म को मानने वाले लोगों के लिए धार्मिक ग्रंथों के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। इसी तरह घर के मंदिर में पूजा-पाठ के साथ-साथ मंदिर की साफ- सफाई करना भी उतना ही आवश्यक माना जाता है। वहीं कई लोगों के दिमाग में यह सवाल हमेशा रहता है कि मंदिर की सफाई आखिर कैसे और कब करनी चाहिए। मंदिर की सफाई के लिए कुछ नियम और दिन बनाए गए हैं, जिसे अपनाने पर घर के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा काभी आगमन होता है।
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शनिवार के दिन करें मंदिर की सफाई
कई लोग बिना जाने सोचे किसी भी दिन और किसी भी समय पर अपने घर के मंदिर की सफाई कर लेते हैं, लेकिन बताया जाता है कि शनिवार के दिन मंदिर की सफाई करने से अच्छे फल मिलते हैं और इस दिन आप अपने मंदिर को शुद्ध करने के लिए गंगाजल का छिड़काव कर सकते हैं। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है और अगर शनिवार के दिन मंदिर की सफाई की जाए तो इससे आर्थिक स्थिति में मजबूती आती है और घर में कभी भी पैसों की तंगी नहीं होती है। मंदिर में गंगाजल की छींटे मारने से आर्थिक लाभ के साथ-साथ बिजनेस और नौकरी में भी तरक्की होती है।
इस दिन ना करें मंदिर की सफाई
माना जाता है की एकादशी और गुरुवार के दिन भूलकर भी मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए क्योंकि जो लोग ऐसा करते हैं उनसे माता लक्ष्मी रुष्ट होती हैं। इसलिए इन दोनों दिनों को छोड़कर आप किसी भी दिन मंदिर और मूर्तियों की सफाई एक साफ कपड़े से कर सकते हैं। साथ ही देवी-देवताओं को स्नान और तिलक जरूर करें। नियमों के अनुसार पूजा करने के बाद मंदिर का पर्दा जरूर लगाएं।
रात के वक्त भूलकर भी ना करें मंदिर की सफाई
मान्यताओं के अनुसार, रात के समय कभी भी घर के मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए। जो लोग ऐसा करते हैं उनके घर में लक्ष्मी का आगमन रुक जाता है। जो व्यक्ति रात में घर के मंदिर की सफाई करता है उससे माता लक्ष्मी नाराज होती हैं, जिसकी वजह से धन हानि या कर्ज का भुगतान करना पड़ सकता है।
मंदिर और मूर्तियों की सफाई कैसे करें?
मंदिर की सफाई के लिए सबसे पहले उसके अंदर रखी भगवान की मूर्तियों को उसके अंदर से हटाकर कहीं और सुरक्षित और साफ सुथरी जगह रखें और अगर घर में लकड़ी का मंदिर है तो उसे क्लीन करने के लिए नींबू और ऑलिव ऑयल का एक मिश्रण तैयार करें और इससे सफाई करें। इस मिश्रण से लकड़ी में चमक आ जाती है। वहीं यदि मार्बल के पत्थर का मंदिर है तो उसे सोडा में पानी मिलाकर साफ कर सकते हैं। मूर्तियों पर अगर धूल जम जाए तो इसके लिए एक बर्तन में थोड़ा गंगाजल डालें और फिर उसमें नींबू का रस निचोड़कर क मिश्रण तैयार कर लीजिए और अब नींबू के छिलकों के साथ मूर्तियों को रगड़-रगड़कर साफ करिए। ये तरीका अपनाने पर पीतल या चांदी की मूर्तियां नये जैसी चमक जाएंगी।