जीभ होती है सेहत का आईना, देती है कई बिमारियों के संकेत: Tongue Color and Health
Tongue Color and Health: आमतौर पर कहा जाता है कि जब मुंह में या जीभ पर छाले हो तो इसका सीधा कनेक्शन हमारे स्वास्थ्य से होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं आपकी जीभ, जीभ का कलर, जीभ पर बने निशान और धब्बे भी आपकी सेहत में क्या बदलाव आ रहे हैं, के बारे में संकेत दे सकते हैं। यहां तक की कोई इंफेक्शन, तनाव, दवा संबंधी समस्याओं के बारे में आपकी जीभ बता सकती है। आपको समय-समय पर पता लगाते रहना चाहिए कि आपकी जीभ आपसे क्या कह रही है और आपको अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए। चलिए जानते हैं, कैसे आप अपनी जीभ के संकेतों को जान सकते हैं।
जीभ पर सफेद दाग

अक्सर आपने देखा होगा कि जीभ पर सफेद पैच बन जाते हैं या फिर सफेद धब्बे दिखने लगते हैं। यह धब्बे थ्रश हो सकते हैं। यह फंगल इंफेक्शन होता है। यह आमतौर पर तब होता है जब किसी बीमारी या दवा की वजह से आपके मुंह के बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है सफेद धब्बे जो लसदार दिखते हैं वे लाइकेन प्लेनस हो सकते हैं यानी आपका इम्यून सिस्टम आपके मुंह के टिशूज पर हमला कर रहा है। कई बार जीभ पर सफेद कोटिंग डेब्रिज, बैक्टीरिया और डेड सेल्स के कारण भी दिखाई देती है और साथ ही यह स्थिति खराब ओरल हाइजीन के कारण भी होती है। यदि आपको जीभ पर हार्ड, फ्लैट या छोटे-छोटे वाइट एरिया दिखाई देते हैं और इन्हें खुरच कर हटाया नहीं जा सकता तो यह स्थिति ल्यूकोप्लाकिया हो सकती है, जो कि कैंसर से जुड़ी है। आप जो भी सफेद धब्बे जीभ पर देखें उसके बारे में अपने डेंटिस्ट से जरूर सलाह लें।
जीभ पर बाल
यदि आपकी जीभ पर काले, भूरे या सफेद रोएं जैसी परत है, तो आपकी जीभ पर बाल हो सकते हैं। यह बाल असल में प्रोटीन होते हैं जो कि नॉर्मल, छोटे बम्प होते हैं और बाद में लंबे बालों में बदल जाते हैं। इन बालों में फूड और बैक्टीरिया अक्सर फंस जाते हैं। आमतौर पर जीभ को साफ करने के दौरान या टंग क्लीनर के इस्तेमाल से ये हट जाते हैं। यदि आपकी जीभ पर बालों सहित सफेद धब्बे हैं और यह साफ करने से भी साफ नहीं हो रहे तो ये ओरल हेयरी ल्यूकोप्लाकिया हो सकता है। यह एपस्टीन-बार या एचआईवी जैसे वायरस से संक्रमित लोगों को हो सकता है।
काली जीभ
बालों वाली जीभ का रंग काला हो सकता है। लेकिन बिस्मथ नामक इंग्रीडिएंट के साथ एंटासिड लेने के बाद आपकी जीभ का रंग भी काला पड़ सकता है। कुछ लोगों की लार के साथ मिलकर जीभ पर कालापन आ जाता है। यह हानिरहित है और जब आप दवा लेना बंद कर देते हैं तो यह खत्म हो जाता है।
स्ट्रॉबेरी कलर रेड जीभ

स्ट्रॉबेरी रेड जीभ कावासाकी डिजीज का शुरुआती संकेत हो सकती है। ये एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी है, जो ज्यादातर बच्चों में होती है। इस बीमारी में पूरे शरीर में रक्त वाहिकाएं में सूजन हो जाती हैं। स्ट्रॉबेरी रेड जीभ स्कार्लेट फीवर का भी एक लक्षण है। कई बार रेड जीभ शरीर में विटामिन बी12 की कमी के कारण भी हो सकती है। यदि आपकी जीभ रेड होने के साथ-साथ चिकनी भी है और आपके मुंह में अक्सर दर्द रहता है, तो ये शरीर में विटामिन बी3 की कमी का संकेत हो सकता है।
जीभ पर जलन महसूस होना
कई बार खाने-पीने के दौरान या गर्म कॉफी पीने से ऐसा महसूस होता है कि जीभ जल गई है और इसका स्वाद कड़वा है, तो आपको बर्निंग माउथ सिंड्रोम हो सकता है। इसका मतलब है कि आपकी जीभ की नसों में कोई समस्या है। हालांकि कई बार जीभ में जलन कुछ सेहत संबंधी समस्याओं जैसे - ड्राई माउथ, इंफेक्शन, एसिड रिफ्लक्स और डायबिटाज के कारण भी हो सकती है। कुछ लोगों को एसिडिक फूड्स जैसे अनानास, टूथपेस्ट, माउथवॉश और कैंडी के कारण भी जीभ पर जलन महसूस होती है।
चिकनी जीभ
यदि आपकी जीभ सामान्य से अधिक चिकनी है तो यह स्थिति आयरन, फोलिक एसिड या विटामिन बी जैसे कुछ पोषक तत्वों की कमी के कारण हो सकती है। हालांकि चिकनी जीभ संक्रमण, सीलिएक डिजीज या कुछ दवाओं के कारण भी हो सकती है। कई बार ये स्थिति सोरायसिस या लाइकेन प्लेनस डिजीज के कारण भी हो सकती है।
जीभ पर बम्प्स

जीभ के नीचे कई बार ऐसे घाव पड़ जाते हैं जो छोटे और दर्दनाक होने के साथ ही बहुत तकलीफ देते हैं। ये लाल रंग के दाने हमेशा नहीं रहते बल्कि आते-जाते रहते हैं। लेकिन जीभ के सिरे पर एक दर्दनाक बम्प होता है ये जीभ में जलन होने पर उभर सकता है। ये बम्प कई बार लिंगुअल पैपिलिटिस होने के कारण हो सकता है।
जीभ में दर्द
जीभ में बहुत सारी नर्व्स होती हैं। ऐसे में यदि जीभ पर कोई कट या फिर घाव लगता है तो इससे आपको बहुत तकलीफ होती है। ये स्थिति दर्द का कारण बन सकती है। कई बार कुछ घाव, लाइकेन प्लेनस, थ्रश और जीभ की बनावट भी दर्द का कारण हो सकती है। कभी-कभी जीभ में दर्द कैंसर की ओर भी संकेत करता है। खासतौर पर, उस समय जब जीभ पर कोई गांठ हो या फिर लाल-सफेद धब्बे हो। ऐसी स्थिति होने पर आपको अपने डेंटिस्ट से संपर्क करना चाहिए।
फटी हुई जीभ
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है आपकी जीभ फटने लगती है। लेकिन कई बार फटी हुई जीभ का कारण डाउन सिंड्रोम, सोरायसिस और स्जोग्रेन सिंड्रोम भी होता है। बेशक, ये स्थिति हानिरहित है लेकिन आप जब भी जीभ की सफाई ब्रश या टंग क्लीनर से करें तो आपको सावधानी रखनी चाहिए।
मुंह के कैंसर में ऐसी दिखती है जीभ

बेशक जीभ पर कई स्पोट, बम्प्स और जीभ का कलर भी हानिरहित होता है। लेकिन उन संकेतों को भी आपको जाना चाहिए जो कि मुंह के कैंसर का संकेत दे सकते हैं। जीभ पर कई घाव लंबे समय तक ठीक नहीं होते या फिर जीभ में लंबे समय तक दर्द होता है, घाव दिखाई देते है या फिर कुछ भी खाना चबाने या निगलने में परेशानी हो और इनमें से कोई भी स्थिति दो वीक से भी अधिक बनी रहती है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
मैक्रोग्लोसिया
मैक्रोग्लोसिया की स्थिति तब होती है जब मुंह के अन्य हिस्सों में जीभ का आकार और साइज बड़ा होता है। ऐसी स्थिति में जीभ मुंह में इतनी जगह घेर लेती है कि इसके किनारों पर दांतों के निशान भी देखे जा सकते हैं।