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Top 10 Panchantantra Stories in Hindi-पंचतंत्र की कहानियां

02:31 PM Jan 18, 2024 IST | sahnawaj
top 10 panchantantra stories in hindi पंचतंत्र की कहानियां
Panchantantra Stories in Hindi
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पंचतंत्र की कहानियां:
नीति, ज्ञान और मनोरंजन का अनमोल खजाना हैं पंचतंत्र एक प्राचीन भारतीय साहित्यिक कृति है जो जानवरों की कहानियों का संग्रह है। यह कहानियां नीति और ज्ञान का एक अमूल्य स्रोत हैं। Panchantantra ki kahaniyan दुनिया भर में लोकप्रिय हैं और कई भाषाओं में अनुवादित की गई हैं। पंचतंत्र की कहानियां आमतौर पर एक नैतिक शिक्षा के साथ समाप्त होती हैं। ये नैतिक शिक्षाएं जीवन के बारे में महत्वपूर्ण सबक सिखाती हैं। पंचतंत्र की कहानियां हमें बुद्धिमत्ता, धैर्य, दयालुता और अन्य महत्वपूर्ण गुणों के महत्व के बारे में सिखाती हैं।

1. पंचतंत्र की कहानी : चतुर खरगोश 

2. पंचतंत्र की कहानी : बुद्धिमान पक्षी

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3. पंचतंत्र की कहानी : संगीतज्ञ गधा

4. पंचतंत्र की कहानी : तीन मछलियाँ

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5. पंचतंत्र की कहानी : बेवकूफ कछुआ

6. पंचतंत्र की कहानी : शंकुकर्ण की कहानी

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7. पंचतंत्र की कहानी : शेर के प्राण

8. पंचतंत्र की कहानी : नीला सियार

9. पंचतंत्र की कहानी : बंदर और मगरमच्छ

10. पंचतंत्र की कहानी : जैसे को तैसा

बहुत समय पहले एक निर्दयी शेर जंगल का राजा था वह अपने भोजन के लिए कई जानवरों को मार देता। जंगल के सभी जानवर भयभीत रहते। एक दिन सभी जानवर उसके

पास एक सुझाव लेकर गए। उनमें से सबसे चालाक लोमड़ी ने प्यार से कहा- महाराज! आप हमारे राजा हैं। हम आपके सेवक हैं। हमारा एक सुझाव है। आप बूढ़े और कमजोर हो रहे हैंए तो आप घर पर क्यों नहीं रहते। हम वादा करते हैं कि एक जानवर रोज़ आपका भोजन बनने के लिए पहुंच जाएगा। अब आपको और शिकार नहीं करना पड़ेगा। read more...

घने जंगल में बरगद का ऊँचा व पुराना पेड़ था। इसकी पत्तेदार शाखाएँ मजबूत बाजुओं की तरह फैली थीं। उसी पेड़ पर जंगली हंसों का झुंड भी रहता था। वे सब वहाँ बहुत सुरक्षित महसूस करते थे।

एक दिन उनमें सेए सबसे बूढ़े हंस ने देखा कि पेड़ के पास छोटी सी लता उग आई थी। उसने दूसरे पक्षियों से इस बारे में बात की वह लता देख रहे होए चलो इसे नष्ट कर दें।उसने कहा दूसरे हंसों ने हैरानी से कहा- इसे नष्ट क्यों करें। इतनी सी लता हमारा क्या बिगाड़ read more...

एक दिन उसकी मुलाकात एक सियार से हुई। दोनों में मित्रता हुई और फिर वे दोनों मिल-जुलकर भोजन की खोज करने लगे। एक रात को उन्हें पके हुए खीरों से भरा खेत मिला। उन्होंने वहां जी भरकर खीरे खाये और निर्णय लिया कि वे रोज पके खीरों का स्वाद उठाने आया करेंगे। जल्दी ही गधा बहुत हष्ट-पुष्ट और स्वस्थ दिखाई देने read more...

teen machhaliyaan Panchantantra Stories in Hindi
teen machhaliyaan Panchantantra Stories in Hindi

बहुत बड़ी झील में तीन मछलियाँ रहती थीं। वे तीनों पक्की दोस्त थीं लेकिन एक-दूसरे से बहुत अलग थीं। उनमें से एक बहुत सयानी थी। वह हमेशा सोच-विचार करके ही कोई फैसला लेती।

दूसरी मछली सयानी नहीं थी लेकिन मुश्किल पड़ने पर कोई न कोई हल निकाल ही लेती। वह बड़ी बेपरवाह जिंदगी जीती थी। तीसरी मछली किस्मत में विश्वास रखती थी। वह हमेशा कहती कि जो होना हैए वह तो होगा ही, कोई कुछ नहीं कर सकता।

एक दिन सयानी मछली पानी में खेल रही थी कि उसने दो मछुआरों को आपस में बात करते सुना। यह मछली देखोए कितनी बड़ी है। यह झील तो बड़ी मछलियों से भरी पड़ी है। कल हम इन्हें पकड़ने आएँगे।ष् ण् वह जल्दी-जल्दी अपनी सहेलियों के पास गई और यह खबर read more...

 bevakooph kachhua Panchantantra Stories in Hindi
bevakooph kachhua Panchantantra Stories in Hindi

एक बार देश में सूखा पड़ गया, काफी समय तक वर्षा नहीं हुई। सभी झीलें, तालाब व नदियाँ सूखने लगे। पशु-पक्षी व मनुष्य मर रहे थे। चिंतित होकर बगुलों ने दूसरे तालाब पर जाने का फैसला किया। कछुए ने सुना तो बोला- दोस्तों, मुझे छोड़ कर मत जाओ। मुझे भी साथ ले चलो।

कुछ देर सोचने के बाद एक बगुला बोला-हम तीनों एक छड़ी की सहायता से उड़ेंगे। कछुए ने हैरानी से पूछा-“कैसे”। बगुले ने कहा- “हम दोनों अपनी चोंचों से छड़ी के दोनों छोर पकड़ read more.....

shankukarn kee kahaanee Panchantantra Stories in Hindi
shankukarn kee kahaanee Panchantantra Stories in Hindi

किसी जंगल में एक शेर रहता था । उसका नाम था वज्रदंष्ट्र । वजदंष्ट्र बड़ा शक्तिशाली था । पूरे जंगल में उसका आतंक था और पशु-पक्षी उसका नाम सुनकर ही डर जाते थे । वज्रदंष्ट्र के दो सलाहकार थे, चतुरक सियार और क्रव्यमुख भेड़िया । ये दोनों वज्रदंष्ट्र के पास ही रहते थे और अपनी चापलूसी भरी बातों से उसका मन बहलाया करते थे । संकट के समय उसकी मदद भी करते थे read more...

sher ke praan Panchantantra Stories in Hindi
sher ke praan Panchantantra Stories in Hindi

एक गाँव में चार मित्र रहते थे। उनमें से तीन पढ़े-लिखे व विद्वान थे परए सामान्य ज्ञान की कमी थी। चौथा इतना विद्वान नहीं था पर हर बात की सामान्य जानकारी रखता था। वह काफी व्यावहारिक था और अपने अच्छे-बुरे की समझ रखता था।

एक दिन तीनों मित्रों ने तय किया कि उन्हें अपने ज्ञान के बल पर धन कमाना चाहिए। वे अपनी किस्मत आजमाने के लिए दूसरे देश के लिए चल पड़े। वे चौथे दोस्त को साथ नहीं ले जाना चाहते थे क्योंकि वह अधिक पढ़ा-लिखा नहीं थाए लेकिन बचपन का दोस्त होने के नाते उसे read more...

neela siyaar Panchantantra Stories in Hindi
neela siyaar Panchantantra Stories in Hindi

अचानक उसने कुछ कुत्तों के भौंकने की आवाज़ सुनी। वह अपनी जान बचाने के लिए भागा और एक रंगसाज के घर घुस गया। घर के आँगन में नीले रंग से भरा टब पड़ा था। सियार उसमें गिर पड़ा।

वह कुत्तों के लौटने तक उसी में छिपा रहा। जब वह टब से निकला तो अपना नीला रंग देख कर हैरान रह गया। वह काफी अलग दिख रहा था। वह झट से जंगल की ओर चल दिया। उसे देख-देख कर जानवर डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। उन्होंने नीले रंग read more...

bandar aur magaramachchh Panchantantra Stories in Hindi
bandar aur magaramachchh Panchantantra Stories in Hindi

एक बंदर नदी के किनारे खड़े जामुन के पेड़ पर रहता था। पेड़ पर हमेशा मीठे रसीले जामुन लगे रहते। बंदर मजे से वही जामुन खाकर अपना पेट भरता।

एक दिन नदी से एक मगरमच्छ निकला और सुस्ताने के लिए पेड़ के पास आ गया। उसे देख करए पेड़ पर बैठे बंदर ने कहा श्रीमान! आज तो आप मेरे मेहमान हैं। मेरा फर्ज बनता है कि मैं आपको कुछ खिलाऊँ। लीजिएए आपके लिए मीठे-रसीले जामुन पेश हैं। read more...

नगर में एक धनी व्यापारी रहता था। एक बार उसे व्यापार में काफी घाटा हुआ और कर्जा भी सिर चढ़ गया। उसने तय किया कि वह दूसरे नगर में जा कर किस्मत आजमाएगा।

उसने उधार चुकाने के लिए अपना सब कुछ बेच दियाए बस लोहे का भारी तराजू बच गया। वह उसके पुरखों की निशानी था इसलिए वह उसे अपने से अलग नहीं करना चाहता था। नगर छोड़ने से पहले वह पड़ोस के मित्र से मिलने गया। उसने उससे कहा कि वह उसके लौटने तक तराजू रख ले। मित्र ने उसे शुभकामनाएँ दी व तराजू भी संभाल लिया। read more...

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