वास्तु शास्त्र और महिलाओं का है गहरा संबंध, इन गलतियों से मन रहता है विचलित, जानें इसका महत्व: Vastu and Women
Vastu and Women: हर घर में एक कुशल गृहिणी ही अपने प्रयासों से उस घर को स्वर्ग बनाती है। महिलाओं का अधिकतर समय घर पर ही व्यतीत होता है। इस वजह से घर में होने वाली घटनाओं का प्रभाव भी उन पर अधिक पड़ता है। यही वजह है कि घर का वास्तु बिगड़ने पर महिलाओं के स्वभाव में भी परिवर्तन आ जाता है और आए दिन वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न होने लगती है। घर का वास्तुदोष घर में नकारात्मकता के साथ महिलाओं के लिए कई मानसिक और शारीरिक कष्ट उत्पन्न करता है। जिसके कारण महिलाओं का स्वभाव चिड़चिड़ा होने लगता है और महिलाओं की यह मानसिक अशांति गृहक्लेश का कारण बनती है। आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि ऐसे कौनसे वास्तु दोष हैं, जिनका महिलाओं से सीधा संबंध है और उनसे बचने के उपाय क्या है।
Vastu and Women: रसोईघर में शीशा
रसोईघर में शीशा लगाने से महिला को कमरदर्द, पेट से जुड़ी समस्याएं, मानसिक असंतुलन की परेशानी होती है। रसोईघर में शीशा लगवाने से घर के सदस्यों के बीच हमेशा झगड़े होते रहते हैं। साथ ही रसोईघर में कभी मंदिर भी नहीं बनाना चाहिए। इससे लक्ष्मी रूठ जाती है और घर में धन की हानि होती है। इसलिए वास्तु के अनुसार घर की रसोई में मंदिर बनाना शुभ नहीं होता है।
दंपति के कमरे में नुकीली वस्तुएं
घर में रहने वाले दंपति को भूलकर भी अपने कमरे में किसी धार्मिक वस्तु या देवी-देवताओ की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। इससे महिला को मानसिक अशांति होती है। कमरे की दक्षिण-पूर्व दिशा में कोई भी धारदार और नुकीली वस्तुएं रखने से पति-पत्नी का आपसी प्रेम कम होता है। दंपति का कमरा वास्तु नियमों के अनुसार ही होना चाहिए, ताकि दोनों के बीच प्रेम, मधुरता बनी रहे।
कंटीले पौधे
घर की महिला को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि घर के बगीचे में कभी भी कोई कांटेदार पौधा न लगाये। इस तरह के पौधे से महिला की तरक्की में बाधाएं आती है और घर के बाकि सदस्य के साथ महिला का मनमुटाव होता है। अगर घर में कंटीली झाड़ियां या दूसरे कंटीले पौधे हो तो उन्हें हटा दें। घर में तुलसी का पौधा लगाना बहुत शुभ होता है, इससे घर की महिला कम बीमार होती है।
उत्तर-पूर्व दिशा की ऊंचाई
यदि किसी घर में उत्तर-पूर्व दिशा या ईशान कोण बाकी की दिशाओं से ऊंचा हो तो घर की महिला को गंभीर बीमारियां होती हैं। घर की उत्तर-पूर्व दिशा बंद रखने से उस घर में रोग और धन का खर्च दोनों ही बढ़ जाते हैं। ऐसे में घर की महिला दुर्घटना का शिकार हो सकती है। साथ ही गर्भाशय से जुड़े रोग भी होते हैं। इस वास्तुदोष से बचने का उपाय यह है की घर की उत्तर-पूर्व दिशा को खुला रखें और दक्षिण-पश्चिमी दिशा को बंद रखें।
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