डिलीवरी के बाद वजन कम करना नहीं है आसान, जानें बिपाशा से इसका सीक्रेट: Weight Loss after Delivery
Weight Loss after Delivery: पोस्ट-पार्टम फैट और वजन को कम करना हर महिला के लिए बेहद मुश्किल होता है। खासकर उन महिलाओं के लिए जिनका सी सेक्शन हुआ है। डिलीवरी के बाद महिलाओं की प्राथमिकता बच्चे की देखभाल और फीडिंग कराना होती है जिस वजह से वह स्वयं के लिए वक्त नहीं निकाल पातीं। कुछ ऐसा ही हाल अभिनेत्री बिपाशा बसु का था, जिन्होंने छह महीने पहले बेटी देवी को जन्म दिया था। लेकिन लंबे समय के बाद फिर से बिपाशा ने जिम में कड़ी मेहनत करके अपनी वेट लॉस जर्नी आरंभ कर दी है। बिपाशा का कहना है कि मां बनने के बाद वह एक बार फिर पुनर्निमाण की दिशा में काम कर रही हैं। आपको बता दें कि बिपाशा ने काफी हद तक अपनी बॉडी को टोन कर लिया है। जिसका सीक्रेट उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर भी किया है। यदि आप भी अपना पोस्टपार्टम वजन कम करने का विचार कर रही हैं तो बिपाशा द्वारा दी गई जानकारी आपके काम आ सकती हैं।
कोर स्ट्रेंथ और वजन पर करें फोकस
बिपाशा के फिटनेस ट्रेनर महेश घाणेकर ने खुलासा किया है कि बिपाशा का वर्तमान वर्कआउट रुटीन का लक्ष्य कोर स्ट्रेंथ बनाना और वजन कम करना है। इसके अलावा वो इंच लॉस पर भी फोकस कर रही हैं। डिलीवरी के बाद वर्कआउट के दौरान काफी सावधानी बरतनी पड़ती है इसलिए चीजों को धीरे और स्थिर बनाने की कोशिश करते हैं। बिपाशा के एक घंटे के वर्कआउट रुटीन में कई तरह की फंक्शनल ट्रेनिंग और स्ट्रेंथ बिल्डिंग को शामिल किया गया है।
कार्बोहाइड्रेट को कट करें
फिटनेस रुटीन के अलावा बिपाशा अपनी डाइट पर भी विशेष ध्यान देती हैं। उनका मानना है कि लंच के बाद कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी इंटेक को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। रात के समय उन्हें नमक का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है। मां बनने के बाद भूख को नियंत्रित करना मुश्किल होता है लेकिन सभी पोषण के साथ इसे किया जा सकता है।
क्या है बिपाशा का पोस्ट पार्टम वर्कआउट रुटीन
बिपाशा अपने वर्कआउट रुटीन में कई तरह की एक्सरसाइज करती हैं। जिसे सेट्स में विभाजित किया गया है। वह दिन में एक बार जिम जरूर जाती हैं। ट्रेनर महेश ने बताया कि वह वजन को कम करने के लिए कौन सी एक्सरसाइज अधिक करना पसंद करती हैं।
वार्म-अप डंबल लंज
पैरों को मजबूत और टोन करने के लिए वार्म-अप डंबल लंज एक बेहतरीन एक्सरसाइज मानी जाती है। जो मुख्य रूप से ग्लूट मसल्स को टारगेट करती है और हिप फ्लेक्सर्स, एब्स और हैमस्ट्रिंग पर काम करती है।
बेंच टैप्स
बॉडी के निचले हिस्से को मजबूत बनाने के लिए बेंच टैप्स का सहारा लिया जा सकता है। ये एक बेहतरीन कार्डियो मूवमेंट है। इसे करने से हार्टबीट बूस्ट होती है और बॉडी को एनर्जी मिलती है। ये कैलोरी बर्न करने का एक शानदार तरीका हो सकता है।
एल्बो प्लैंक
एल्बो प्लैंक एक फुल बॉडी वर्कआउट है जो कोर स्टेबिलिटी पर फोकस करता है। इससे वजन कम करने और कमर दर्द में राहत मिलती है। इसका अभ्यास डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। प्लैंक हाथों को भी मजबूत बनाती है।
सिंगल डंबल स्क्वैट्स
सिंगल डंबल स्क्वैट्स एक प्रभावी एक्सरसाइज है जिससे हाथ, कंधे और बैक फैट को कम करने में मदद मिलती है। ये एक अपर बॉडी एक्सरसाइज है जो टोन करने में सहायता करती है।