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एम्पटी नेस्ट सिन्ड्रोम

12:30 PM Aug 30, 2023 IST | Vandana Pandey
एम्पटी नेस्ट सिन्ड्रोम
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माता-पिता के लिए उनका बच्चा ईश्वर के द्वारा दिया हुआ सबसे खूबसूरत उपहार है. जब घर में बच्चे का जन्म होता है तो वह घर खुशियों से भर जाता है. बच्चा धीरे-धीरे बड़ा होता है और माता-पिता का सारा समय उसके साथ बड़ी ही खूबसूरती से गुजरता जाता है.
धीरे-धीरे माता-पिता को अपने बच्चों के साथ रहने की ऐसी आदत हो जाती है कि वह उनके बिना रहने के बारे में सोच भी नहीं पाते हैं लेकिन एक दिन उन्हें उस दिन का सामना करना होता है जब बच्चे को पढ़ने, काम करने या अन्य किसी कारण से घर से दूर जाना होता है.

एम्प्टी नेस्ट सिंड्रोम क्या है

Parent suffering from Empty Nest Syndrome
Parent suffering from Empty Nest Syndrome

एम्पटीनेस सिंड्रोम एक ऐसी भावनात्मक स्थिति है जो माता-पिता बच्चे के घर से स्कूल, कॉलेज या काम पर जाने के बाद कभी उदासी और कभी चिंता या अकेलेपन के रूप में महसूस करते हैं.
एक और पेरेंट्स इस बात से बहुत खुश है कि उनका बच्चा आत्मविश्वास के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ रहा है दूसरी ओर वह उसकी कमी इस कदर महसूस करते हैं कि जैसे उनका कोई महत्वपूर्ण अंग उनसे अलग कर दिया गया हो. यह कोई साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर नहीं है बल्कि एक सामान्य भावना है l

एम्प्टी नेस्ट सिंड्रोम के लक्षण

Some people are more sensitive and they are affected badly
Some people are more sensitive and they are affected badly

एम्प्टी नेस्ट सिंड्रोम के लक्षण अलग-अलग स्वभाव के लोगों में अलग-अलग तरीके से नजर आते हैं. कुछ पेरेंट्स औरों की तुलना में इस सिंड्रोम से ज्यादा प्रभावित होते हैं l अपने बच्चों के घर से जाने के बाद माता-पिता काफी अकेलापन महसूस करते हैं . बच्चों की परवरिश करते-करते कैसे उनका सारा दिन बीत जाता था उन्हें पता भी नहीं चलता था पर उनके जाने के बाद ऐसा महसूस होता है जैसे उनका समय ही नहीं कट रहा हो l डिप्रेशन, चिंता ,उदासी आदि की भावनाओं के रूप में यह ख़ासकर महिलाओं में देखने में आता है l

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एम्प्टी नेस्ट सिंड्रोम से बाहर निकलने के कुछ तरीके

One can come out of it
One can come out of it

बच्चों का पढ़ाई या व्यवसाय के लिए घर से बाहर जाना एक सकारात्मक व सामान्य बदलाव है.उनके जीवन में आने वाले उन सभी पलों के बारे में खुशी महसूस करें जो उनकी प्रतीक्षा कर रहे हैं. नीचे दिए गए कुछ बदलाव करके आप अपने जीवन को भी खुशनुमा बना सकते हैं-

नए दोस्त बनाएं

Your Social Circle can help you
Your Social Circle can help you

अब क्योंकि बच्चों के जाने के बाद आपको अचानक से काफी समय मिलने लगता है ऐसे में अकेलेपन को दूर करने के लिए आपका सोशल सर्कल आपकी मदद करेगा l

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नए लक्ष्य बनाएं

Set your Goals and put efforts in achieving them
Set your Goals and put efforts in achieving them

बच्चे होने के बाद आप अपने सपनों को अधूरा छोड़कर सारा समय अपने बच्चों और घर की जिम्मेदारियों में व्यस्त हो जाते हो. अब क्योंकि आपका बच्चा अपने सपनों को उड़ान देने के विषय में सोच रहा है आप अपने लक्ष्य बनाएं और उन्हें पूरा करने का प्रयास करेंl

अपने पार्टनर के साथ समय गुजारें

Spend Quality time with your partner
Spend Quality time with your partner

बच्चे होने के बाद माता-पिता का ध्यान एक दूसरे से हटकर अपने बच्चों पर केंद्रित हो जाता है.वह मिलकर उसकी अच्छी परवरिश के विषय में ही सोचते हैं लेकिन आज फिर से प्रकृति ने उन्हें एक दूसरे के साथ समय बिताने का अवसर दिया है l इस समय का भरपूर आनंद लें और जीवन कि इस यात्रा में एक दूसरे के सहयोगी बने l

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अपना ध्यान रखें

Take care of yourself
Take care of yourself

कई बार घर और बच्चों की जिम्मेदारियों को पूरा करने में आप इतने व्यस्त हो जाते हैं कि आप अपना ध्यान रखना भूल ही जाते हैं.अब क्योंकि बच्चे बड़े हो चुके हैं आप अपना ध्यान अपने ऊपर केंद्रित करें. रोज सैर पर जाए, अपनी पसंदीदा किताबें पढ़ें, अपनी रुचियां पर ध्यान दें और याद रखें आपका आपसे अच्छा दोस्त कोई नहीं हो सकता l

अपने बच्चों से रोज बात करें

Talk to your children regularly
Talk to your children regularly

आपका बच्चा घर से दूर गया है पर याद रखिए आज भी उसे आपकी आवश्यकता है l उसके साथ बात करने के लिए समय अवश्य निकालें और उसे प्रोत्साहित करते रहें l उनकी हर छोटी बड़ी उपलब्धि का मिलकर जश्न मनाए l

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अगर आप भी एम्प्टी नेस्ट सिंड्रोम की भावनाओं से ग्रसित है तो याद रखें कि इससे निकलने का समाधान भी आपके ही पास है. अपने को दिशा अवश्य दें. अपने जीवन में नए लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने का प्रयास करें और याद रखें जीवन कभी एक सा नही होता l बदलाव जीवन का हिस्सा है, इसे खुशी से स्वीकार करें I

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