Cancer : कितने प्रकार के होते हैं कैंसर और कौन सा होता है सबसे खतरनाक?
Cancer 100 से ज्यादा तरह के होते हैं। इनमें प्रमुख तौर पर मुंह का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ब्लड कैंसर, लीवर कैंसर है। कौन सा कैंसर सबसे ज्यादा खतरनाक है, यह इस पर निर्भर करता है कि कैंसर कहां से उत्पन्न हो रहा है। आज इस लेख में फरीदाबद स्थित एशियन हॉस्पिटल के रेडिएशन ऑनकोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कन्सल्टेन्ट डॉ. विकाश कुमार की मदद से कैंसर की बेसिक बातों के बारे में जानेंगे।
कैंसर की गांठ को कैसे पहचानें?
कैंसर की गांठ में अमूमन दर्द नहीं महसूस होता है। यदि आपको गांठ कड़ी महसूस होने लगे तो आपको समझ जाना चाहिए कि ये कैंसर का रूप ले रही है। धीरे-धीरे ये गांठ बिल्कुल ठोस हो जाती है। ऐसे में अगर आपको शरीर के किसी हिस्से में इस तरह की गांठ का आभास हो रहा है तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
कैंसर की गांठ को कैसे करें खत्म?
कैंसर की गांठ को खत्म कारने के लिए पहले डायग्नोसिस करने की जरूरत पड़ती है। इस गांठ को मुख्य रूप से कीमोथेरेपी और रेडिएशन की मदद से गला दिया जाता है। लेकिन इसके लिए यह जानना जरूरी है कि कैंसर की गांठ कहां से उत्पन्न हो रही है।
कैंसर की गांठ कैसे बनती है?
यदि सेल्स को निर्देश देने वाला डीएनए डैमेज हो जाता है, तो सेल्स असामान्य हो जाती हैं। ये सेल्स अलग दिखते हैं, और इनके अलग-अलग गुण हो सकते हैं। यदि इस तरह के असामान्य सेल्स शरीर के टिशू में बढ़ते हैं, जैसे स्किन के लिए तो इसे डिप्लासिया कहा जाता है। जब तक बहुत कम असामान्य सेल्स होते हैं और उन्हें हमारे इम्यून सिस्टम द्वारा नियंत्रण में रखा जाता है, तो वे हमें नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। कभी-कभी इस तरह के सेल्स अपने आप चले भी जाते हैं। जब ये बदलते रहते हैं और अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगते हैं, तो गांठ का निर्माण करते हैं।
कैंसर कितने दिनों में फैलता है?
कुछ कैंसर जल्दी फैलते हैं, जिसमें से एक है कार्सिनोमा । आम तौर पर शुरू होने से 3 से 6 महीने के बीच कैंसर के लक्षण दिखने लगते हैं। कुछ कैंसर के लक्षण एक साल में पता लगते हैं। इसलिए कहा जाता है कि यदि शरीर के किसी भी हिस्से में कोई गांठ है, तो उसको गंभीरता से लिया जाना चाहिए और एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं। ऐसा करने से आप इस गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बच सकती हैं।
कैंसर का लास्ट स्टेज क्या होता है?
कैंसर के 4 स्टेज होते हैं। आखिरी चरण के कैंसर को मेटास्टैटिक डिजीज या स्टेज 4 भी कहा जाता है, इसमें कैंसर जहां से शुरू होता है, वहां से अन्य हिस्सों में फैलने लगता है। इस अवस्था में रोगी का बचा पाना असंभव हो जाता है।
कैंसर की जांच कैसे की जाती है?
कैंसर की जांच के लिए बायोप्सी की जाती है। यह बहुत जरूरी है, अमूमन लोग इस जांच के लिए मना कर देते हैं जबकि यह जरूर कराना चाहिए। बायोप्सी से घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। इसी की मदद से सही तरह से कैंसर की जांच की जाती है।
रोग कहां तक फैला है, इसका पता करने के लिए सीटी स्कैन, एमआरआई और पेट स्कैन भी किया जाता है।