For the best experience, open
https://m.grehlakshmi.com
on your mobile browser.

मैं आशा की बूंदों को तलाश करने वाली गृहलक्ष्मी हूं

04:21 PM Apr 08, 2023 IST | Sapna Jha
मैं आशा की बूंदों को तलाश करने वाली गृहलक्ष्मी हूं
Advertisement

मीना गेदाम
जल संरक्षक
Women Life Journey: आज की गृहलक्ष्मी ऑफ द डे महाराष्ट्र के मूरतपुर में रहने वाली मीना गेदाम हैं। मीना एक खेतिहर मजदूर थी लेकिन आज अपने सच्चे इरादों की बदौलत वह न केवल अपने गांव बल्कि आस-पास के गांव के लोगों के लिए एक आदर्श बन गई हैं। वे वॉटर एड इंडिया प्रोजेक्ट के साथ जुड़कर लोगों को साफ पानी की अहमियत के बारे में बताती है। वे कहती हैं शुरुआत कभी भी और कहीं से भी हो सकती है। मुझे याद है जब मुझसे साफ पानी के बारे में पूछा गया था तो मैंने बताया था कि वो पानी जो दिखने में साफ होता है। लेकिन साफ पानी की अहमियत क्या है और साफ पानी क्या है यह बात मुझे ट्रेनिंग के बाद पता चली।
मीना पानी के संरक्षण के बारे में भी सजग हैं। वे कहती हैं मैं एक मजदूर थी लेकिन मेरा हमेशा से मन था कि मैं अपने समाज के लिए कुछ करूं। आज मैं अपने स्तर पर अपनी तरफ से बेहतर करने की कोशिश करती हूं। मैं जानती हूं कि महिलाएं ही समाज को बदल सकती हैं। मेरी कोशिश रहती है कि गांव की महिलाएं ज्यादा से ज्यादा इस तरह मीटिंग का हिससा बनें। आज इस सजगहता का ही परिणाम है कि हमारे गांव में सात शौचालय बन चुके हैं। गांव के लोग सोकपिट बनाने, पेड़ लगाने, वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट के लिए अवेयर हो गए हैं। अब वे जान चुके हैं कि साफ पानी और सेहत का आपस में क्या संबंध है। वहीं मीना की बात करें तो एक छोटे से गांव में रहने वाली मीना जल प्रबंधन के लिए किसी नायक से कम नहीं है। अपने काम से समय निकालकर अपने समाज के लिए वो काम कर रही हैं।

यह भी देखे-जल संरक्षक गृहलक्ष्मी हूं

Advertisement
Advertisement
Tags :
Advertisement