World Chocolate Day 2023 : 100 % बढ़ जाएगी आपकी याददाश्त, वीक में बस तीन दिन करें ये काम
चॉकलेट किसे पसंद नहीं होती? अकसर जो लोग मीठा खाने से बचते हैं, उन्हें भी चॉकलेट या डार्क चॉकलेट जरूर पसंद आती है। दुनियाभर के ऐसे ही चॉकलेट लवर्स के लिए हर साल 7 जुलाई को वर्ल्ड चॉकलेट डे मनाया जाता है। दरअसल, डार्क चॉकलेट न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होती है, बल्कि ये सेहत का भी खजाना है। शायद यही कारण है कि दुनियाभर में हर दिन करीब एक अरब लोग चॉकलेट का सेवन करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार वीक में तीन बार थोड़ी मात्रा में डार्क चॉकलेट खाना बेस्ट रहता है।
बॉलीवुड सेलेब्स भी हैं दीवाने
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चॉकलेट के अनेक गुणों के कारण हर समय स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करने वाली बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी इसकी दिवानी हैं। इतना ही नहीं उन्होंने चॉकलेट को अपनी डाइट में शामिल कर रखा है। इस लिस्ट में एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण से लेकर शिल्पा शेट्टी, रणवीर सिंह, करीना कपूर, करिश्मा कपूर, सोनम कपूर जैसी सेलेब्स शामिल हैं। शिल्पा अपने चीट डे पर अक्सर चॉकलेट डिशेज खाती नजर आती हैं। वहीं सोनम घर पर ही चॉकलेट कुकीज बनाना पसंद करती हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसा क्या है कि सेलेब्स भी डार्क चॉकलेट से दूर नहीं रह पाते।
पौष्टिक तत्वों से भरपूर

डार्क चॉकलेट एंटीऑक्सीडेंट और खनिज पदार्थों से भरपूर होती है। स्टडी बताती हैं कि डार्क चॉकलेट में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है। इसी के साथ इसमें आयरन, मैग्नीशियम, मैग्नीज, पोटैशियम, फॉस्फोरस, जिंक और सेलेनियम होते हैं। हालांकि इसमें कैलोरी भी काफी होती है। ऐसे में प्रतिदिन इसका सेवन बहुत कम मात्रा में ही करना चाहिए। डार्क चॉकलेट में फैटी एसिड प्रोफाइल भी अच्छा है। इसमें हार्ट को स्वस्थ रखने वाला ओलिक एसिड, स्टीयरिक एसिड और पामिटिक एसिड होता है। स्टीयरिक एसिड शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।
एंटीऑक्सीडेंट का शक्तिशाली स्रोत

दुनियाभर की स्टडीज में चॉकलेट को एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर माना गया है। डार्क चॉकलेट कार्बनिक यौगिकों से भरपूर होती है। इनमें पॉलीफेनोल्स, फ़्लैवेनॉल्स और कैटेचिन मौजूद होते हैं। एएसए जनरल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार डार्क चॉकलेट में मौजूद पॉलीफेनोल्स बादाम और कोको जैसे अन्य खाद्य पदार्थों के साथ मिलकर एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है।
कंट्रोल करता है ब्लड प्रेशर

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के पबमेड सेंट्रल के एक शोध के अनुसार डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवेनॉइड नाइट्रिक ऑक्साइड शरीर की धमनियों की परत और एंडोथेलियम को उत्तेजित करता है। इससे धमनियों को आराम मिलता है और शरीर में रक्त प्रवाह सुचारू रूप से होता है, जिससे ब्लड प्रेशर कम होता है। हालांकि यह टाइप 2 डायबिटीज के लोगों के लिए कितना सही है, इसे लेकर शोध की आवश्यकता है।
दिल को सेहतमंद रखने में मददगार

डार्क चॉकलेट धमनियों में कोलेस्ट्रॉल नहीं जमने देता, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि फ्लेवनॉल से भरपूर कोको या चॉकलेट का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कम होता है और हृदय सेहतमंद होता है। अध्ययन बताते हैं कि हर वीक में तीन बार चॉकलेट खाने से हृदय रोग का खतरा 9% कम हो सकता है। वहीं एक अन्य शोध के अनुसार प्रति सप्ताह 45 ग्राम चॉकलेट खाने से हृदय रोग का खतरा 11% कम हो जाता है।
स्किन पर धूप का असर करती है कम

डार्क चॉकलेट में मौजूद बायोएक्टिव स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें मौजूद फ्लेवनॉल्स सूरज की किरणों से स्किन को होने वाले नुकसान से बचाता है। इसके साथ ही स्किन के ब्लड फॉलो को सुधारता है, जिससे स्किन टाइट होती है और उसपर चमक आती है। स्पेन की सेविले यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के अनुसार 12 सप्ताह तक उच्च फ्लेवनॉल वाली डार्क चॉकलेट या कोको का सेवन करने के बाद स्किन को धूप से बेहतर सुरक्षा मिलती है।
दिमाग होता है तेज

डार्क चॉकलेट आपकी मेंटल हेल्थ के लिए भी अच्छी है। यह मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को सुधारती है। अध्ययनों से पता चलता है कि उच्च फ्लेवनॉल कोको खाने से मस्तिष्क के रक्त प्रवाह में सुधार होता है। इससे न सिर्फ आपका ध्यान केंद्रित होने में मदद मिलती है, बल्कि यह आपकी मौखिक सीखने की क्षमता और याददाश्त को भी बढ़ाता है। यह बुजुर्गों में डिमेंशिया का खतरा भी कम करती है। नवर्रा यूनिवर्सिटी, स्पेन के शोधकर्ताओं के अनुसार डार्क चॉकलेट में कैफीन और थियोब्रोमाइन जैसे तत्व होते हैं, जो आपको रिलैक्स करते हैं और दिमाग को बेहतर काम करने में मदद करते हैं।