अल्कासोल सिरप(Alkasol Syrup in Hindi): उपयोग, फायदे, नुकसान, कीमत और विकल्प
Alkasol Syrup: अक्सर कई लोग पथरी यानिकि स्टोन की समस्या से पीड़ित होते हैं, ऐसे में डॉक्टर अपनी जांच के आधार पर पेशेंट्स को अल्कासोल सिरप रिकमेंड करते हैं। बता दें अल्कासोल सिरप डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब की जाने वाली एक ऐसी खास दवा है, जो सॉल्यूशन, लिक्विड के रूप में खासतौर से पथरी के इलाज में इस्तेमाल की जाती है। साथ ही बता दें अल्कासोल का उपयोग केवल स्टोन के लिए नहीं अपितु इसके अलावा भी कई अन्य समस्याओं के उपचार के लिए भी किया जाता है। जब भी डॉक्टर यह दवा किसी पेशेंट को रिकमेंड करते हैं तो इसके लिए वो मरीज की मेडिकल हिस्ट्री पर भी खास नजर डालते हैं।
पेशेंट की उम्र, लिंग और मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर ही अल्कासोल रिकमेंड की जाती है। डॉक्टर से कंसल्ट किए बिना इस दवा को लेना खतरनाक हो सकता है, ऐसे में आपको डॉक्टर से कंसल्टेशन का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही पेशेंट की डोज इस बात पर निर्भर करती है कि पेशेंट की मेडिकल कंडीशन क्या है?
अल्कासोल वैसे तो अपने कार्यक्षेत्र की एक बेहद कारगर दवाई है परंतु इसके बावजूद अल्कासोल के अन्य भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। अक्सर गलत तरीके से या गलत मात्रा में इस दवा की खुराक लेने से पेशेंट को कई समस्याओं जैसे मतली या उलटी का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही दवा के गलत कंजप्शन पर मरीज को पेट दर्द की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। विस्तार से इस दवा के दुष्प्रभावों यानिकि साइड इफेक्ट्स के विषय में आगे चर्चा की गई है। अल्कासोल एक अत्यंत प्रभावशाली दवा है, ऐसे में कई बार पेशेंट को जो कुछ साइड इफेक्ट्स अनुभव होते हैं, उनकी अवधि बेहद कम समय के लिए होते हैं। अगर आपको अधिक समस्या हो रही है तो आप डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं।
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अल्कासोल सिरप का उपयोग : Uses Of Alkasol Syrup in Hindi
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अक्सर कई लोग अपने जीवन में गलत दिनचर्या के कारण कई समस्याओं का सामना करते हैं। इन्ही समस्याओं में से एक किडनी स्टोन की समस्या भी है। दरअसल डॉक्टर्स बताते हैं कि अगर किसी मरीज को किडनी स्टोन की समस्या है तो अल्कासोल सिरप के सेवन से उनको अत्यधिक लाभ होता है। कुल मिलाकर ये सिरप किडनी यानिकि गुर्दे की पथरी में कारगर है, और बेहद कम समय में अपना कमाल दिखाना शुरू कर देती है। ऐसे में अगर आप किडनी स्टोन की समस्या से पीड़ित हैं तो बिना देरी किए डॉक्टर से सलाह लें। अगर आपको डॉक्टर अल्कासोल सिरप की सलाह दें तो ये एक बेहतरीन उपाय प्रक्रिया है। इसके अलावा अल्कासोल सिरप गाउट की समस्या में भी बेहद कारगर है। अगर आप गाउट की समस्या से जूझ रह हैं तो ये दवा आपको लाभ पहुंचा सकती है। कई लोगों को मूत्र पथ के इन्फेक्शन यानिकि यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की समस्या होती है, ऐसे में जलन होने पर भी अल्कासोल अपना असर दिखाती है। साथ ही अल्कासोल एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता है।
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अल्कासोल सिरप के फायदे : Benefits Of Alkasol Syrup in Hindi
- अल्कासोल सिरप एक बेहद कारगर और असरदार दवा है। इस दवा का डॉक्टर की सलाह के अनुसार नियमित सेवन करने से आपको फायदा होना निश्चित है। दरअसल ये एक फास्ट एक्टिंग सिरप है जो आपको निम्न समस्याओं से निजात दिलाती है।
- गाउट
- किडनी स्टोन
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
- एंटीऑक्सीडेंट
अल्कासोल के साइड इफेक्ट एवं नुकसान : Side Effects of Alkasol in Hindi
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- अल्कासोल डॉक्टर द्वारा गाउट या फिर किडनी स्टोन की समस्या होने पर दी जाने वाली एक बेहद कारगर दवा है। अगर आप बिना डॉक्टर से कंसल्ट किए इस दवा का सेवन करते हैं, तो ये आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में अगर आप अपनी बेहतरी चाहते हैं तो अल्कासोल का सेवन बिना डॉक्टर से कंसल्ट किए नहीं करना चाहिए।अगर आप बिना डॉक्टर से सलाह लिए इस दवा का सेवन करते हैं तो आपको मतली आना, उल्टी आना या फिर पेट दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से भी ये दवा नुकसान करती है।
- कुछ दवाओं के साथ अल्कासोल का सेवन करना भारी पड़ सकता है। नाटकार्डिन 100 एमजी टैबलेट 10 एस, क्विनिडाइन टैबलेट 10 एस, एम्फेटामाइन टैबलेट, कैडिफिलेट एलिक्सिर, एफिप्रेस इंजेक्शन, जोरैक्स 250 टैबलेट ईआर, जोरैक्स 500 टैबलेट ईआर, रेस्टेक्लिन 500 कैप्सूल, रेस्टेक्लिन 250 कैप्सूल, टेट्रालैब 250 कैप्सूल, टेट्रासाइकिलिन कैप्सूल आदि कुछ ऐसी टैबलेट हैं जिनके साथ अल्कासोल का सेवन करना नुकसानदायक है।
साथ ही अगर आपको इस ड्रग से एलर्जी अथवा एडिमा की समस्या है तो आपको अल्कासोल का सेवन करने से बचना चाहिए।
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अल्कासोल का इस्तेमाल कैसे करें : How to Use Alkasol Syrup in Hindi
![How to Use Alkasol Syrup](https://grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/10/WhatsApp-Image-2023-10-17-at-9.10.22-AM-1024x576.jpeg)
अल्कासोल किडनी स्टोन और गाउट की एक ऐसी कारगर दवा है जो बेहद शीघ्रता से अपना असर दिखाती है ऐसे में अगर आप इस कारगर दवा का सेवन डॉक्टर के बताए अनुसार करें तो ये आपको लाभ पहुंचा सकती है। अगर देखें तो डॉक्टर इस दवा की सलाह मरीज की कंडीशन, मरीज की आयु और मरीज के लिंग के आधार पर डेट हैं। आपको इस दवा की कितनी खुराक लेने है ये आपकी आयु, मेडिकल हिस्ट्री, समस्या की स्थिति और लिंग पर निर्भर करती है। इस दवा का सेवन लिक्विड स्टेट में ही अलग अलग मात्रा में डॉक्टर के बताए अनुसार किया जा सकता है।
व्यस्क
अगर किसी वयस्क को गाउट की समस्या है तो इस दवा को खाने के बाद या पहले लिया जा सकता है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार आपको इस दवा का सेवन 15 एमएल मात्रा में दिन में तीन बार करना चाहिए।
बुजुर्ग
अगर कोई बुजुर्ग गाउट की समस्या से पीड़ित है तो उसको लगभग 15 एमएल की मात्रा में इस दवा का सेवन तीन बार कर्ण चाहिए। इस दवा का सेवन करते वक्त ध्यान रखें कि बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा को नहीं लेना चाहिए। साथ ही ये ध्यान रखें कि इस दवा को खाने से पहले ही लें।
किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष)
अगर आप गाउट से पीड़ित एक किशोर हैं तो डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर आपका अल्कासोल का सेवन कर सकते हैं। दरअसल दिन में तीन बार डॉक्टर के बताए अनुसार इस दवा को 15 एमएल मात्रा में लेने से यह अपना असर दिखाती है।
शिशु(1 महीने से 2 वर्ष)
किसी भी शिशु को ये दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं देनी चाहिए। ये दवा बिना डॉक्टर की सलाह के पेशेंट को देना बेहद नुकसानदायक है।
बच्चे(2 से 12 वर्ष)
किसी बच्चे को गाउट की समस्या हों पर डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इस दवा का सेवन करना चाहिए। अधिकतम 5 एमएल की मात्रा में ये दवा डॉक्टर की सलाह के अनुसार अधिकतम दिन में तीन बार लेने का ही प्रावधान है।
कैसे काम करती है अल्कासोल सिरप : How Does Alkasol Syrup Works
अल्कासोल एक बेहद कारगर दवाई है जिसमें एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में डिसोडियम हाइड्रोजन मौजूद होता है| बता दें, डिसोडियम हाइड्रोजन साइट्रेट एक ऐसा बेस है जोकि हमारे शरीर में बफर की तरह काम करता है। साथ ही यह हमारे मूत्र और खून के अंदर से अतिरिक्त एसिड को हटाने में काम आता है। साथ ही ये इन समस्याओं को बेअसर करने में भी मदद करता है।
अल्कासोल के सब्स्टीट्यूट या विकल्प : Substitutes of Alkasol in Hindi
- इस कारगर दवा के विशेषत निम्न विकल्प बाजार में बेहद कम दाम में उपलब्ध है। आप डॉक्टर की सलाह अनुसार इनका सेवन कर सकते हैं।
- सिटराकेयर 100 मि.ली. सिरप
- अल्केल 100 मि.ली. सिरप
- सीटल 100 मि.ली. सिरप
- अल्कसिट 100 मिली सिरप
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अस्वीकरण
इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैंI गृहलक्ष्मी इनकी पुष्टि नहीं करताI इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करेंI
FAQ | क्या आप जानते हैं
अल्कासोल सिरप क्या है?
अल्कासोल सिरप एक बफरिंग दवा के रूप में जानी जाती है जिसमें मौजूद डिसोडियम हाइड्रोजन साइट्रेट मेन एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में कार्य करता है और इसका उपयोग एसिडोसिस, किडनी स्टोन और यूटीआई जैसी समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है।
अल्कासोल के क्या क्या प्रयोग हैं?
अल्कासोल एक बेहद कारगर दवा है किसका उपयोग रीनल कैल्कुली यानिकि किडनी स्टोन, एसिडोसिस और बर्न मिक्यूरिशन के उपचार के लिए किया जाता है।
अल्कासोल के क्या साइड इफेक्ट्स हैं?
अल्कासोल के सबसे नॉर्मल साइड इफेक्ट्स में मतली आना, उल्टी, पेट में दर्द, पेट में गैस, मूत्र का ज्यादा बनना, पेट में अल्सर आदि शामिल हैं| ये सभी सैर इफेक्ट्स बेहद कम समय के लिए होते हैं। अधिक समस्या होने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें।
अल्कासोल को अपना प्रभाव दिखाने के लिए कितना समय लगता है?
यह एक अत्यंत प्रभावशाली दवा है जिसका प्रभाव बेहद कम समय में दिखना आरंभ हो जाता है, हालांकि हर मरीज के अनुसार प्रभाव की अलग अवधि होती है।
क्या अल्कासोल सेवन खाली पेट करना चाहिए?
अल्कासोल एक ऐसी समस्या है जिसको आप वैसे तो खाने से पहले या बाद में ले सकते हैं लेकिन कई बार खाली पेट लेने पर आपको गैस्ट्रिक समस्या हो सकती है।
क्या अल्कासोल के सेवन से बेहोशी होती है?
जी हाँ, कुछ केसेस में अल्कासोल के सेवन से इस तरह की प्रतिक्रिया हो सकती है।
अल्कासोल की डोज में अधिक से अधिक कितना समय अंतराल होना चाहिए?
अल्कासोल की दो डोसेज के बीच में कम से कम 4 से 6 घंटे का अंतर होना ही चाहिए।
क्या इस दवा का कोर्स ठीक होने के बाद भी पूरा करना चाहिए?
अल्कासोल सिरप के बेहतर प्रभाव के लिए इसका सेवन डॉक्टर के प्रिस्क्रिब्शन के अनुसार ही किया जाना चाहिए और अगर आपको इसके बाद भी किसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो तुरंत ही डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।