माता त्रिपुर सुंदरी की साधना से पूरी होती हैं सभी मनोकामना: Mata Tripura Sundari Mantra
Mata Tripura Sundari Mantra: हिंदू धर्म में हर देवी-देवता का अपना अलग महत्व होता है और उनकी भक्ति से खास मनोकामनाओं की पूर्ति होती हैI भक्तों के बीच देवी त्रिपुर सुंदरी को लेकर एक खास आस्था देखी जाती हैI देवी त्रिपुर सुंदरी का उल्लेख देवी पुराण समेत कई पौराणिक ग्रंथों में भी किया गया हैI देवी त्रिपुर सुंदरी दस महाविधाओं यानी की दस देवियों में से एक हैंI माता त्रिपुर सुंदरी को कई अलग-अलग नामों जैसे महात्रिपुरसुंदरी, लीलामती, ललिताम्बिका, लीलेशी, षोडशी, ललिता, लीलावती, लीलेश्वरी, ललितागौरी और राजराजेश्वरी भी पुकारा जाता हैI
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माता त्रिपुर सुंदरी की जन्म कथा
पौराणिक कथा के अनुसार देवी त्रिपुर सुंदरी का प्रादुर्भाव तब हुआ, जब भगवान द्वारा छोड़े गए चक्र से पाताल समाप्त होने लगा थाI इस स्थिति से विचलित होकर ऋषि-मुनि भी घबरा जाते हैं और संपूर्ण पृथ्वी धीरे-धीरे जलमग्न होने लगती हैI तब सभी ऋषि माता त्रिपुर सुंदरी की उपासना करने लगते हैंI उनकी प्रार्थना से प्रसन्न होकर देवी प्रकट होती हैं तथा इस विनाशकारी चक्र को थाम लेती हैं और सृष्टि पुन: नवजीवन को पाती हैI
भारत में कहाँ-कहाँ है माता त्रिपुर सुंदरी का मंदिर
- माता त्रिपुर सुंदरी का मंदिर त्रिपुरा के गोमती जिले के प्राचीन उदयपुर शहर में स्थित हैI यह मंदिर हिंदुओं के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है और इसे पूर्वोत्तर भारत के महत्वपूर्ण स्थानों में भी गिना जाता हैI ऐसा माना जाता है कि यह वही स्थान है, जहाँ माता सती का दाहिना पैर गिरा थाI यही कारण है कि इस जगह को माताबाड़ी के नाम से भी जाना जाता हैI यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है और माँ भगवती की पूजा माता त्रिपुर सुंदरी के नाम से की जाती हैI इस मंदिर में उनके साथ भैरव भी विराजमान हैं, जिन्हें त्रिपुरेश के नाम से पूजा जाता हैI
- माता त्रिपुर सुंदरी का एक मंदिर जबलपुर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर तेवर ग्राम में स्थित हैI यह मंदिर विश्वभर में प्रसिद्ध है और यहाँ तीन स्वरूप वाली देवी के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैंI नवरात्र में यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती हैI
माता त्रिपुर सुंदरी की साधना के लाभ
- ऐसा माना जाता है कि त्रिपुर सुंदरी की आराधना करने वाले भक्तों को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष सभी की प्राप्ति होती हैI जिस भक्त से देवी प्रसन्न होती हैं, उसपर इस लोक के साथ परलोक भी सार्थक हो जाता हैI
- माता त्रिपुर सुंदरी की साधना से सभी दुख और कष्टों से मुक्ति मिलती हैI
- त्रिपुर सुंदरी की पूजा से भक्तों को शांति और संपन्नता की प्राप्ति होती हैI
पूजा और साधना का समय
माता त्रिपुर सुंदरी की पूजा दिन में अभिजित या किसी भी शुभ मुहूर्त में की जा सकती हैI माता की तांत्रिक पूजा या साधना निशिता काल में की जाती हैI
त्रिपुर सुंदरी का मंत्र
माता त्रिपुर सुंदरी को खुश करने के लिए यह मंत्र है, जिनका आप रूद्राक्ष माला से दस माला जप कर सकते हैंI
'ऐ ह्नीं श्रीं त्रिपुर सुंदरीयै नम:'