अरेंज मैरिज क्यों होती है बेहतर, जानें क्या हैं इसके फायदे: Arranged Marriage Benefits
Arranged Marriage Benefits: सदियों से हम यही सुनते आ रहे हैं कि लव मैरिज की अपेक्षा अरेंज मैरिज अधिक सफल और बेहतर होती है। लेकिन फिर भी वर्तमान में अधिकतर लोग ऐसे इंसान को अपना जीवनसाथी बनाना पसंद कर रहे हैं जिन्हें वह पहले से जानते हैं या प्यार करते हैं। विवाह यानी मैरिज समाज का एक अभिन्न आधार है जो लोगों को एक साथ बांधता है। यह धार्मिक रूप से दो लोगों को उनके परिवारों के साथ विवाह के पवित्र बंधन में जोड़ता है। युगों से, हमारे विवाह के रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन किया गया है और परिवारों ने अरेंज मैरिज की अवधारणा को अपनाया है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अरेंज मैरिज का फैसला अभी भी माता-पिता के हाथ में होता है।
अध्ययनों के अनुसार मैचमेकर्स, वैवाहिक वेबसाइटों और माता-पिता के कारण लोगों का एक बढ़ा हिस्सा (80-85%) अरेंज मैरिज का विकल्प चुनता है। धार्मिक विवाद, सांस्कृतिक मतभेद, परिवारों की असहमति और अन्य महत्वपूर्ण मामलों के कारण बहुत कम लोग भारत में प्रेम विवाह यानी लव मैरिज का विकल्प चुनते हैं। आज भी अधिकतर लोग लव मैरिज की अपेक्षा अरेंज मैरिज को अधिक सफल और बेहतर मानते हैं। चलिए जानते हैं ऐसा क्या कारण है जो अरेंज मैरिज को लव मैरिज से बेहतर बनाता है।
Arranged Marriage Benefits:परिवारों के बीच गहरा रिश्ता
अरेंज मैरिज में सिर्फ लड़के और लड़की की शादी नहीं होती बल्कि दो परिवारों का आपसी मिलन होता है। जब परिवार अपने पसंद की कोई लड़की या लड़का घर में चुनकर लाते हैं तो उसे अधिक प्यार और स्नेह देते हैं। यही कारण है कि उनके बीच में लड़ाई-झगड़े काफी कम होते हैं। परिवार एक-दूसरे को पहले से जानते हैं जिस वजह से लड़की को दूसरे परिवार में ढलने में आसानी होती है। साथ ही परिवार वालों का पूरा सपोर्ट भी मिलता है।
समाज में स्वीकृति
सदियों से अरेंज मैरिज को भारत में स्वीकारा जा रहा है। अधिकतर लोगों का मानना है कि लव मैरिज पश्चिमी सभ्यता का हिस्सा है जिसे केवल फैशन के रूप में देखा जाता है। अरेंज मैरिज में अपना नाम, सरनेम और डॉक्यूमेंट्स बदलवाने की भी अधिक आवश्यकता नहीं पड़ती क्योंकि अधिकतर लोग एक ही बिरादरी या धर्म में शादी करते हैं।
कपल्स रखते हैं अधिक ख्याल
माना जाता है कि लव मैरिज की अपेक्षा अरेंज मैरिज में कपल्स एक-दूसरे का अधिक ख्याल रखते हैं। लव मैरिज में कपल्स एक-दूसरे के रहन-सहन और खामियों के बारे में पहले से जानते हैं, इसलिए उनमें केयर की अपेक्षा प्यार अधिक होता है। वहीं अरेंज मैरिज में कपल्स शादी के बाद एक-दूसरे को जानने का प्रयास करते हैं इसलिए उनमें रिस्पेक्ट और केयर की भावना अधिक होती है। खासकर लड़कियां पति की चीजों, खाने और जरूरतों का अधिक ध्यान रखती हैं।
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समझते हैं जिम्मेदारी
अरेंज मैरिज में कपल्स के बीच अंडरस्टेंडिंग अधिक होती है। वह एक-दूसरी की जिम्मेदारी भलीभांति समझते हैं। लव मैरिज में कपल्स चीजों को लाइटली लेते हैं और अपनी-अपनी लाइफ इंज्वॉय करते हैं। अरेंज मैरिज में परिवारों का जुड़ाव भी अधिक होता है, जिसकी जिम्मेदारी भी उन्हें बखूबी निभानी पड़ती है।
लंबे समय तक रहता है प्यार
किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए उसमें प्यार होना जरूरी है। प्यार एक ऐसा अहसास है जो लोगों की केयर करने से बढ़ता है। अरेंज मैरिज में जब दो लोग मिलते हैं तो उनमें केयर और आदर का भाव अधिक होता है, जिस वजह से उनका प्यार अधिक समय तक बरकरार रहता है। जबकि लव मैरिज में कपल्स कई सालों से एक-दूसरे को जानते हैं और प्यार करते हैं, जिसके कारण उनके प्यार में कमी आ जाना स्वाभाविक है।
ब्रेकअप का डर नहीं
लव मैरिज की अपेक्षा अरेंज मैरिज अधिक समय तक टिकी रहती है। इसमें ब्रेकअप का कोई डर नहीं होता।अधिकतर मामलों में लव मैरिज में लड़का और लड़की बराबर के होते हैं, इसलिए उनमें ईगो और अहम की भावना अधिक होती है। वह एक-दूसरे की कमियों को पहले से जानते हैं, जिनके साथ कई बार पूरी जिंदगी बिताना मुश्किल हो जाता है। इसी वजह से ब्रेकअप या इाइवोर्स के मामले सबसे ज्यादा लव मैरिज में ही देखने को मिलते हैं।
परिवार करता है मदद
लव मैरिज में यदि कोई समस्या आए तब पेयर को खुद ही उसे सॉल्व करना पड़ता है। पैरेंट्स ये कहकर पीछे हट जाते हैं कि ‘शादी का डिसीजन तुम्हारा है, तुम ही इसे निपटाओ’। लेकिन अरेंज मैरिज में यदि कोई दिक्कत आती है तो पूरा परिवार एकजुट होकर मदद करता है, फिर चाहे वह पैसों से संबंधित परेशानी हो या रिश्तों की।