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आखिर मेनोपॉज के बाद कैल्शियम अधिक लेना क्यों होता है जरूरी, जानें वजह: Calcium After Menopause

11:15 AM May 16, 2023 IST | Vandana Pandey
Calcium After Menopause
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Calcium After Menopause: कैल्शियम शरीर के लिए एक बहुत ही जरूरी पोषक तत्व माना जाता है। इससे ना केवल आपकी हड्डियों की ग्रोथ होती है, बल्कि ये आपकी बॉडी के कई और फंक्शन्स के लिए भी बहुत जरूरी माना जाता है। कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से लेकर ब्‍लड प्रेशर कंट्रोल में रखने तक के लिए आपकी बॉडी को कैल्शियम की जरूरत होती है। एक बच्चे के जन्म से लेकर हमारे बुढ़ापे तक हमारे शरीर को इसकी बहुत ज्यादा जरूरत होती है।

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ऐसे में बॉडी की जरूरतों को समझते हुए डाइट में कैल्शियम रिच फूड्स को शामिल करना बहुत ही जरूरी है। अगर बात एक महिला का सेहत की जाए, तो उनके लिए कैल्शियम कई तरह से जरूरी है। मेनोपॉज के बाद हर महिला के लिए कैल्शियम का सेवन बहुत ही जरूरी हो जाता है। दरअसल, मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है।

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इसके अलावा भी मेनोपॉज के बाद कैल्शियम की कमी के चलते महिलाओं को कई तरह की समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। आइए आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि आखिर मेनोपॉज के बाद कैल्शियम लेना क्यों जरूरी होता है।

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एस्ट्रोजन के उत्पादन के लिए

for the production of estrogen

जब एक महिला मेनोपॉज से गुजर रही होती है, उस दौरान उसके शरीर में एस्ट्रोजन का उत्पादन कम हो जाता है। एस्ट्रोजन हार्मोन का काम एक महिला के शरीर में पीरियड्स का रेगुलर करने का होता है, लेकिन मेनोपॉज में पीरियड्स पूरी तरह बंद हो जाते हैं औऱ इसी वजह से इस हार्मोन का उत्पादन भी कम हो जाता है। एस्ट्रोजन का एक काम कैल्शियम को शरीर में बाइंड करने या रिटेन करने का भी होता है।

वहीं जब मेनोपॉज में शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है, तो ऐसे में महिला के शरीर की कैल्शियम को बनाए रखने की क्षमता भी कम हो जाती है। इसकी वजह से शरीर में कैल्शियम की कमी से होने वाली कई समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। यही वजह है कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं के लिए कैल्शियम की जरूरत काफी बढ़ जाती है।

आस्टियोपोरोसिस का खतरा

risk of osteoporosis

मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। कई रिसर्च कहती हैं कि कई महिलाओं में मेनोपॉज के बाद पहले पांच वर्षों में हड्डियों का 10 प्रतिशत तक वजन कम हो जाता है। इसकी वजह से मेनोपॉज के बाद फ्रैक्चर और हड्डियों से जुड़े रोग आसानी से हो जाते हैं। ऐसे में आस्टियोपोरोसिस के रिस्क को कम करने के लिए आपको भरपूर मात्रा में कैल्शियम का सेवन करना चाहिए।

विटामिन-डी पर भी फोकस है जरूरी

Focus on Vitamin-D is also necessary

मेनोपॉज के बाद नेचुरली कैल्शियम को रीटेन करने की क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में शरीर में कैल्शियम का अब्जॉर्बशन बढ़ाने के लिए विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा लेना भी बहुत जरूरी है। विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए सनलाइट के अलावा मशरूम, अंडे, नॉन-वेज को डाइट में शामिल किया जा सकता है।

कितना कैल्शियम है जरूरी?

How Much Calcium Is Necessary?

एक महिला को प्रतिदिन 1000 मिलीग्राम कैल्शियम लेना चाहिए। वहीं मेनोपॉज में आपको 1200 मिलीग्राम कैल्शियम प्रतिदिन जरूर लेना चाहिए। इस बात का भी ख्याल रहे कि 2000 मिलीग्राम से अधिक कैल्शियम डायटरी सोर्स से ना लें। जरूरत से ज्यादा कैल्शियम शरीर में टॉक्सिसिटी को बढ़ा सकता है।

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