दुनिया की सबसे महंगी सब्जी गुच्छी के बारे में क्या यह सब जानते हैं आप: Guchchi Mushroom
Guchchi Mushroom: आपने मशरूम तो खाई ही होगी। मटर मशरूम, पालक मशरूम, मशरूम मलाई जैसी डिशेस के नाम से किसी के भी मुंह में पानी पानी आ जाए। आमतौर पर मशरूम 150 से 250 रुपए प्रति किलोग्राम बाजार में मिल जाती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी मशरूम भी है, जिसकी कीमत 30000 रुपए प्रति किलोग्राम है? इस सब्जी का नाम गुच्छी है और यह पहाड़ों जैसे हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर के कुछ भागों में पाई जाती है। गुच्छी दुनिया की सबसे कीमती सब्जी है। इसका वैज्ञानिक नाम मार्कुला एस्क्यूपलेंटा है और हमारे आयुर्वेंदिक ग्रंथ चरकसंहिता में इसे सर्पच्छत्रक का नाम दिया गया है। सिर्फ हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में इस सब्जी की मांग है। यह सब्जी बहुत अधिक स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है। लेकिन, इसके बारे में कुछ तथ्य आपको हैरान कर देंगे। जानिए गुच्छी के बारे में कुछ रोचक तथ्य।
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सेहत के लिए फायदेमंद
देखने यह सब्जी भूरे रंग की होती है और यह देखने में मधुमखी के छत्ते की तरह होती है। गुच्छी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है क्योंकि इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। इस सब्जी में बहुत अधिक विटामिन भी होते हैं जैसे विटामिन डी, बी कॉम्प्लेक्स विटामिन आदि। इसके अलावा इसमें एमिनो एसिड होते हैं और यह एंटीऑक्सिडेंट भी है। इसके निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं:
- हार्ट डिजीज के रोगी अगर इस सब्जी का सेवन करते हैं, तो उन्हें फायदा हो सकता है
- सर्दी- जुकाम की स्थिति में भी इस सब्जी को खाना फायदेमंद है
- मोटापा कम करने में लाभदायक
- कुछ कैंसर के जोखिम को कर सकती है कम
- सूजन को दूर करने में फायदेमंद
- साइनस के रोगी भी इसका सेवन कर सकते हैं, उन्हें भी अच्छे परिणाम मिलेंगे
क्यों है यह सब्जी इतनी कीमती
अगर आपको लगता है कि यह सब्जी अन्य सब्जियों की तरह खेतों में उगाई जाती है या किसान इसे उगाते हैं, तो आपको यह बात जान कर बहुत हैरानी होगी कि न तो यह सब्जी खेत में उगती है न ही कोई किसान इसे उगाता है। यह प्राकृतिक रूप से उगने वाली सब्जी है। यही नहीं, यह किसी खास समय में ही पाई जाती है। इसी ढूंढना भी बहुत मुश्किल है। यह सब्जी घने जंगलों में पाई जाती है। इसे ढूंढने के बहुत ज्यादा मेहनत लगती है क्योंकि यह आमतौर पर सामने नहीं उगती। अनुभवी लोग ही इसे खोज पाते हैं। यही कारण है कि इसकी कीमत इतनी अधिक है।
गुच्छी के मिलने का समय
जैसे पहले ही कहा गया है कि यह केवल कुछ खास समय में ही जंगलों में पाई जाती है। यह जनवरी और मार्च महीने में उगती है। ऐसा माना जाता है कि जब पहाड़ों पर बिजली गिरती है और तूफान आता है तो यह सब्जी पैदा होती है। इसे केवल लोकल लोग ही ढूंढ सकते हैं। उन्हें इसे ढूंढने के लिए कई दिनों तक जंगलों में रहना पड़ता है।
इस सब्जी को बारिश के बाद ढूंढा जाता है और फिर सुखाया जाता है। इसके बाद यह इस्तेमाल में लाई जाती है। इस सब्जी को न केवल बड़े-बड़े होटल अपने मेनू में शामिल करते हैं, बल्कि दवाईयों में भी इसका इस्तेमाल होता है।