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नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर के मरीजों की कैसी हो डाइट: Fatty Liver Diet

09:30 PM May 31, 2023 IST | Manisha Jain
नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर के मरीजों की कैसी हो डाइट  fatty liver diet
Fatty Liver Diet
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Fatty Liver Diet: हेल्दी रहने के लिए शरीर के एक-एक अंग का सही काम करना बहुत जरूरी होता है। हमारे हार्ट, लंग  और किडनी की तरह ही लिवर भी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो हमें जीवित रखता है। जब भी हम बीमार पड़ते हैं, तब डॉक्टर दवाएं देने से पहले आपको एलएफटी यानी लिवर फंक्शन टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कोई भी दवा को शरीर में अवशोषित करने के लिए लिवर का ठीक तरीके से काम करना जरूरी होता है। इसके अलावा खून को साफ करने समेत लिवर शरीर में कई जरूरी काम करता है। शराब पीने वाले लोगों में लिवर जुड़ी समस्याएं ज्यादा पाई जाती हैं, जिसे एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज कहा जाता है। लेकिन जो लोग शराब नहीं पीते हैं, उन्हें भी फैटी लिवर डिजीज हो सकता है, जिसे नॉन-एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज कहा जाता है। दरअसल, हम लाइफस्टाइल से जुड़ी कई ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिनके कारण नॉन-एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज होने का खतरा बढ़ जाता है।

फैटी लिवर क्या होता है?

आपके लिवर में थोड़ी मात्रा में चर्बी होना सामान्य है, लेकिन बहुत अधिक मात्रा में चर्बी का होना समस्या बन सकता है। इस स्थिति को फैटी लिवर कहते हैं। अधिक फैट लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे सिरोसिस हो सकता है। सिरोसिस से लिवर कैंसर या क्षति हो सकता है।

आमतौर पर इसके शुरुआती लक्षण और संकेत पहचानना आम इंसान के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। ऐसे में अधिक लम्बे समय तक लिवर में अधिक वसा का जमा होना हानिकारक बन सकता है।

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पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट और पर्याप्त प्रोटीन के साथ फाइबर युक्त कम वसा वाला आहार रोग की स्थिति को दूर करने में मदद करेगा।

Fatty Liver Diet

सामान्य तौर पर, खाद्य पदार्थ जो कोशिका क्षति से लड़ते हैं, आपके शरीर के लिए इंसुलिन का उपयोग करना आसान बनाते हैं, या सूजन कम करने से स्थिति को उलटने में मदद मिल सकती है।

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फैटी लिवर क्यों  होता है?

शरीर के वजन पर ध्यान न देना

बढ़ता मोटापा आपके शरीर में कई अलग-अलग प्रकार की बीमारियां पैदा कर सकता है, जिनमें नॉन-एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज भी शामिल है। यदि आपके शरीर का वजन बढ़ रहा है, तो आपको जल्द से जल्द इसपर ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि ज्यादा बढ़ने के बाद इसे कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है।

खराब डाइट

खासतौर पर जिन लोगों को पहले से लिवर से जुड़ी समस्याएं हैं या फिर जो लोग किसी बीमारी के कारण ज्यादा दवाएं लेते हैं। उनके लिए लिवर फ्रैंडली डाइट लेना बहुत जरूरी है। अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा फल व सब्जियां शामिल करने से लिवर हेल्दी रहता है और नॉन-एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज होने का खतरा कम हो जाता है।

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ज्यादा शुगर वाले फूड्स

रिफाइंड शुगर आपके लिवर के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है, जिन लोगों को पहले से ही लिवर से जुड़ी समस्याएं हैं उनके लिए ज्यादा मीठी चीजें खाना नुकसानदायक हो सकता है। शुगर वाले फूड्स में मिठाई, केक और अन्य रिफाइंड शुगर से तैयार की गई चीजें शामिल हैं।

धूम्रपान करने की आदत

सिगरेट, हुक्का या तंबाकू का इस्तेमाल करना भी आपके लिवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है और इनका उपयोग नॉन-एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज होने के खतरे को तेजी से बढ़ाता है। धूम्रपान करने से लिवर में फैट जमा होने लगता है, जो बाद में नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज के रूप में विकसित हो जाता है।

फैटी लिवर में डाइट की भूमिका

वसायुक्त यकृत वाले रोगियों के लिए पोषण संबंधी अनुशंसाओं के अनुसार, कार्बोहाइड्रेट कुल आहार ऊर्जा का 40-50% होना चाहिए। आहार फाइबर से भरपूर जटिल कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़ाने की सलाह दी जाती है।

आहार कैलोरी में कम और असंतृप्त फैटी एसिड और प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट यानि विटामिन ए और सी से भरपूर होना चाहिए।

फैटी लिवर के लिए सब्जियां

फैटी लिवर वाले लोगों के लिए सब्जियां फायदेमंद होती हैं क्योंकि वे कैलोरी में कम और फाइबर में उच्च होती हैं। यह वजन घटाने और स्वस्थ यकृत को बढ़ावा देने में सहायता कर सकती हैं।

इसके अतिरिक्त, सब्जियों में विभिन्न विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो लिवर के सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

  1. रोजाना सब्जियों की 4-5  बार खाएं।
  2. ½ कप ताजी सब्जियाँ खाए जिसे आप सलाद के रूप मे ले सकते है। कच्चे पत्तेदार साग आवश्यक है|
  3. ½ कप सब्जी का रस ले। 
  4. बिना स्टार्च वाली सब्ज़ियाँ चुनें|

फैटी लिवर के लिए फल

फैटी लिवर वाले व्यक्तियों के आहार में कम वसा वाली, उच्च फाइबर और समृद्ध पोषक फल फायदेमंद है। यह आवश्यक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करते हैं जो  सूजन को कम करने में मदद करते हैं। फल खाने के तरीके इस प्रकार है:

  • प्रतिदिन फलों  को 2-3 बार खाए, साथ ही यह महत्वपूर्ण है फलों का  इससे अधिक सेवन न करें।
  • फैटी लिवर में खाने के लिए ब्लू बैरीज़, चेरी, अंगूर, खरबूज़ा, संतरे, आड़ू, बेर, तरबूज लाभदायक  हो  सकते है।

फैटी लिवर के लिए अनाज

कुछ अनाज जटिल कार्बोहाइड्रेट हैं और कुछ अनाज सरल कार्बोहाइड्रेट से भरे हुए हैं। अनाज जटिल कार्बोहाइड्रेट,फाइबर का एक अच्छा स्रोत होते हैं। यह खून में शुगर लेवल को कम करने और वजन को नियंत्रित करने मदद कर सकते हैं।

साबुत अनाज, जैसे ब्राउन राइस, गेहूं की रोटी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं जो लिवर के स्वास्थ्य  को  ठीक करते हैं और फैटी लिवर वाले व्यक्तियों के लिए मददगार  हो सकते हैं।

अपने आप को प्रतिदिन 3-4 बार अनाज खाने  तक सीमित रखें। जिसमें 1 ब्रेड का टुकड़ा,
½ कप पका हुआ चावल या पास्ता शामिल हो  सकता है लेकिन  अपने खाने में, अनाज  का अधिक सेवन करने से वजन बढ़ सकता है।

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