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अच्छा सोचने से ही हो जाएगा सेहत में सुधार: Positive Thinking Benefits

09:00 AM Apr 25, 2024 IST | Anuradha Jain
अच्छा सोचने से ही हो जाएगा सेहत में सुधार  positive thinking benefits
Positive Thinking Benefits
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Positive Thinking Benefits: आपने यह तो बहुत लोगों से सुना होगा कि सकारात्मक सोच रखनी चाहिए, हमेशा अच्छा सोचना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं सिर्फ अच्छा सोचकर यानी सकारात्मक सोच से आप अपनी सेहत में सुधार कर सकते हैं। जी हां, सकारात्मक सोच ना सिर्फ आपके मानसिक स्वास्थ्य बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य और आपके काम को भी प्रभावित कर सकती है। चलिए जानते हैं सकारात्मक सोच के क्या फायदे हैं।

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क्या है सकारात्मक सोच

Positive Thinking Benefits
Positive Thinking

सबसे पहले तो यह समझना जरूरी है कि आखिर सकारात्मक सोच क्या है? सकारात्मक सोच एक ऐसा आशावादी बिहेवियर है जिसमें आप हर स्थिति में अच्छा सोचने और अच्छा होने पर ध्यान केंद्रित करने का अभ्यास करते हैं। ऐसा सोचने से आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बड़ा असर पड़ता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप असल परिस्थिति को नजरअंदाज करें या समस्याओं को हल्के में लें। बल्कि आप जीवन में हो रही अच्छी और बुरी दोनों ही स्थिति में यह सोचें कि आने वाले वक्त में चीजें अच्छी होगी और चीजों को सकारात्मक तरीके से सोचने की कोशिश करें।

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सकारात्मक सोच के शारीरिक लाभ

कई शोधों में यह बात सामने आई है कि सकारात्मक सोच आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। तो चलिए जानते हैं इससे होने वाले फायदों के बारे में।

सकारात्मक सोच के शारीरिक लाभ

  • लाइफस्पैन यानी उम्र बढ़ जाती है।
  • व्यक्ति अधिक खुश रहता है।
  • सेहत के लिए फायदेमंद है।
  • ब्लड प्रेशर को कम कर सकते हैं।
  • स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए यह बहुत अच्छा है।
  • शरीर में होने वाले दर्द को सहने के लिए यह एक अच्छा अभ्यास है।
  • कॉमन कोल्ड जैसी समस्या से बच सकते हैं।
  • कार्डियोवस्कुलर डिजीज से होने वाली डेथ का खतरा कम होता है।

सकारात्मक सोच के मानसिक लाभ

  • आप अधिक क्रिएटिव होते हैं।
  • आपमें समस्याओं के समाधान का कौशल विकसित होता है।
  • आपकी सोच एकदम स्पष्ट होती है।
  • आपका मूड अच्छा रहता है।
  • आप डिप्रेशन और स्ट्रेस जैसी चीजों से दूर रहते हैं।

क्या कहती हैं रिसर्च

  • 2018 में जर्नल ऑफ एजिंग रिसर्च में पब्लिश एक शोध में पाया गया कि पॉजिटिव मेंटल एटीट्यूड रखने से कम उम्र में होने वाली मृत्यु दर में कमी आ सकती है। साथ ही सकारात्मक सोच रखने वाले लोगों में रोजाना एक्सरसाइज, हेल्दी ईटिंट हैबिट्स, क्वालिटी स्लीप और धूम्रपान से बचने की संभावना अधिक रहती है।
  • एक रिसर्च में ये बात भी सामने आई कि सकारात्मक सोच रखने से लोगों को लाइफ में आने वाले स्ट्रेसफुल घटनाओं का सामना करने में मदद मिलती है। साथ ही किसी भी सदमे से जल्दी उबरने में मदद मिलती है।
  • एक रिसर्च के मुताबिक, सकारात्मक सोच वाले लोगों के बीमार होने की संभावना कम होती है और उनमें फ्लू और सामान्य सर्दी के लक्षण भी कम ही देखते को मिलते हैं।
  • एक रिसर्च के दौरान ये भी पाया गया कि जो महिलाएं अधिक सकारात्मक रहती हैं, उनमें कैंसर, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, सांस संबंधी बीमारियां और इंफेक्शन से होने वाली डेथ की संभावना कम रहती हैं।
  • एक रिसर्च के दौरान ये भी पाया गया कि सकारात्मक सोच से बुढ़ापे के दौरान होने वाली कमजोरी को भी कम कर सकती है। साथ ही ऐसे लोग वे अधिक समय तक जीवित रहते हैं और उनमें तनाव संबंधी सूजन भी कम रहती है। इसके अलावा वे अधिक स्वस्थ रहते हैं।
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