मौत का कारण बन सकता है मलेरिया, जानिए कब मनाया जाता है: World Malaria Day
World Malaria Day: मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो हर साल हजारों लोगों की जान लेती है। साल 2023 में भारत में मलेरिया के 33.8 लाख से ज्यादा मामले सामने आए, जिससे करीब 5511 लोगों ने अपनी जान गंवाई। हालांकि भारत में साल दर साल मलेरिया के मामलों में कमी आई है। लेकिन फिर भी यह रोग दुनियाभर के लिए एक बड़ी परेशानी बनकर खड़ा हुआ है। साल 2022 में दुनियाभर के 85 देशों में मलेरिया के 249 मिलियन केस सामने आए। वहीं 6 लाख लोगों की इस रोग के कारण मौत हुई। लोगों को इस रोग की गंभीरता समझाने के लिए हर साल 25 अप्रैल को वर्ल्ड मलेरिया डे मनाया जाता है। इस खास दिन की शुरुआत साल 2007 में की गई थी। तब से हर वर्ष इसे मनाया जा रहा है।
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ऐसे हुई मलेरिया डे की शुरुआत
साल 2007 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से इस दिन की शुरुआत लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से की गई। सबसे पहले वर्ल्ड मलेरिया डे की शुरुआत अफ्रीकी देशों से की गई। दरअसल, अफ्रीकी देशों में मलेरिया मौतों का एक बड़ा कारण था। जिसकी रोकथाम के लिए इस दिन को वैश्विक स्तर पर मनाने का निर्णय लिया गया। यह दिन हर साल एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। वर्ल्ड मलेरिया डे 2024 की थीम है, 'टाइम टू डिलीवर जीरो मलेरिया: इनवेस्ट, इनोवेट, इंप्लीमेंट'।
ये है मलेरिया का कारण
मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के जरिए फैलता है। इसी मच्छर के काटने से प्लाज्मोडियम नामक परजीवी फैलता है, जो मलेरिया का मुख्य कारण है। नमी और बरसात के कारण ये मच्छर बड़ी संख्या में पनपने लगते हैं और प्लासमोडियम का प्रचार कर देते हैं। इस मच्छर के काटने के करीब 10 दिन बाद पीड़ित में मलेरिया के लक्षण नजर आने लगते हैं।
समय पर पहचानें मलेरिया के लक्षण
मलेरिया के लक्षणों को समय पर पहचान कर, उनका उपचार लेना बेहद जरूरी है। मलेरिया का सबसे आम लक्षण बुखार है। बुखार अक्सर ठंड लगने और पसीने के साथ होता है। बुखार हर कुछ दिनों में एक या दो बार आ सकता है। इसी के साथ ठंड लगना भी मलेरिया का एक और आम लक्षण है। मतली, उल्टी, दस्त, पेट दर्द, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द आदि भी मलेरिया के लक्षण हैं। कई बार इसके कारण हीमोग्लोबिन भी कम हो जाता है। लो ब्लड शुगर और यूरिन में खून आने जैसे लक्षण भी नजर आने लगते हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज करने पर मलेरिया जानलेवा बन सकता है। यह आपको सांस संबंधी बीमारियां देने के साथ ही आपकी किडनी को भी इफेक्ट कर सकता है। इसलिए आपको डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।