ये 8 संकेत जो करते हैं खराब ब्लड सर्कुलेशन की ओर इशारा: Poor Circulation of Blood
Poor Circulation of Blood: आज हमारी जिस तरह की जीवनशैली है उसमें हमारा चलना फिरना पहले से काफी कम हो गया है। ऐसे में शरीर को ऐसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है जो पहले हमें कभी होती भी नहीं थी। यदि बीमारियों की बात की जाए तो डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियां आजकल की जीवनशैली को देखते हुए कम उम्र में ही लग जाती है। जिसका असर आपके शरीर के ब्लड सर्कुलेशन पर भी पड़ता है। एक सुचारू रूप से चलने वाली ब्लड सर्कुलेशन हमारे लिए बेहद आवश्यक है। ब्लड सर्कुलेशन जब शरीर में भली प्रकार से नहीं चलता तो आपको हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी होने का खतरा भी ज्यादा बढ़ जाता है। हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताएंगे, जो बताते हैं कि आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से घूम रहा है या नहीं।
हाथ पैरों का सुन्न या ठंडा पड़ जाना
यदि आपकी बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन सही से कार्य नहीं करता है, तो आपके हाथ पैर बार बार सुन्न पड़ जाते हैं। क्योंकि उनमें खून का प्रवाह से नहीं होता है। शरीर में ब्लड सकुर्लेशन सही से नहीं घूमता है तो आपके हाथ-पैर ठंडे भी पड़ जाते है। यहां तक की गर्मी में भी आपको हाथ पैर में काफी ठंडक महसूस होती है। क्योंकि नसों में खून सही से घूम नहीं पाता है। और गाढ़ा होने लगता है। इसलिए हाथ ठंडे पड़ने लगते है।
भूख सही तरीके से नहीं लगना
शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं होने के कारण आपका मेटाबॉलिज्म भी कम हो जाता है, जिस वजह से भूख भी कम लगती है। पहले के समय में खाना सही से पच जाता था लेकिन आजकल की लाइफस्टाइल के चलते खाना सही से पच नहीं पाता है।
याददाश्त में कमी आ जाना
अक्सर हम चीजों को रखकर भूल जाते है इसका कारण ये नहीं है कि हमारी याददाशत कम होती जा रही है। इसका कारण खराब ब्लड सर्कुलेशन भी हो सकता है। जिसमें हम छोटी छोटी चीजों को रखकर भूल जाते है। खराब ब्लड सर्कुलेशन का असर हमारे दिमाग पर भी पड़ता है।
पैरों में सूजन
पैरों में अधिक सूजन भी खराब ब्लड सर्कुलेशन का संकेत होता है। क्योंकि जब पूरे शरीर में सर्कुलेशन सही से नहीं घूमता तो निचले छोरों पर तरल पदार्थ जमा हो जाता है, जो पैरों में सूजन का कारण बनता है।
अत्यधिक थकान और कमजोरी
यदि आपको बार-बार थकान महसूस होती है तो तब भी यह खराब ब्लड सर्कुलेशन की निशानी है। क्योंकि जब खून पर्याप्त रूप घूम नहीं पाता है तो मांशपेशियां बेहतर ढंग से कार्य नहीं कर पाती हैं, जिससे शरीर को सही से ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते है। और आपको थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है।
घाव का जल्दी न भरना
ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं होने के कारण शरीर पर लगने वाले घाव जल्दी से नहीं भरते। उनको भरने में अत्यंत समय लग जाता है। क्योंकि खराब ब्लड सर्कुलेशन घाव भरने में बाधा उत्पन्न कर सकता है। घाव भरने में ब्लड सर्कुलेशन का काम बहुत ही अहम होता है।
त्वचा के रंग में परिवर्तन
ब्लड सर्कुलेशन सही से कार्य नहीं करने पर त्वचा के रंग में बदलाव आने लगता है। त्वचा पीले या नीले रंग में बदलने लगती है। त्वचा में खून का प्रवाह कम होने के कारण ये परिवर्तन देखा जाता है।