डायबिटीज के कारण यूटीआई का खतरा: Urinary Tract Infection
Urinary Tract Infection: यूं तो यूटीआई महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, पर मधुमेह के कारण यूटीआई के संक्रमण का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। अनियमित जीवनशैली और गलत खानपान के चलते आजकल डायबिटीज की समस्या आम हो चुकी है। खासकर महिलाओं में भी मधुमेह की समस्या तेजी से बढ़ रही है। आंकड़ों की बात करें तो पिछले पांच सालों में महिलाओं में मधुमेह की समस्या लगातार बढ़ी है। चिंता की बात ये है कि मधुमेह के चलते महिलाओं में दूसरी और कई बीमारियों का भी खतरा बढ़ रहा है। जैसे मधुमेह के चलते महिलाओं में यूटीआई होने का जोखिम काफी हद तक बढ़ जाता है। चलिए जानते हैं कि आखिर मधुमेह के चलते महिलाओं में यूटीआई की समस्या क्यों और किस हद तक पनपती है।
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यूटीआई के लक्षण और कारण
दरअसल, यूटीआई यानि यूरिनल ट्रैक्ट इन्फेक्शन मूत्रपथ (यूरिनरी ट्रैक्ट) में होने वाला एक संक्रमण है। यूरिनरी ट्रैक्ट में किडनी से लेकर ब्लैडर्स, यूट्रस और यूरेथ्रा शामिल हैं हालांकि सामान्य तौर पर ये संक्रमण सिर्फ ब्लैडर में ही होता है। इसमें यूरिन करते समय दर्द होना, बार-बार यूरिन का आना, प्राइवेट पार्ट में खुजली, दर्द-जलन, कमर के निचले हिस्से में दर्द और बैठने में दिक्कत आती हैं। वैसे तो ये समस्याएं पुरुषों को भी होती हैं, पर शारीरिक बनावट की वजह से यह पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में 10 गुना अधिक होती है। बात करें इस समस्या के कारणों की तो ये बैक्टीरिया के संक्रमण से फैलता है और इसके संक्रमण का खतरा डायबिटीज के रोगियों में सबसे अधिक होता है।
डायबिटीज और यूटीआई में संबंध
दरअसल, मधुमेह और यूटीआई में सीधा संबंध है। अमेरिका में टाइप 2 मधुमेह के रोगियों में हुए एक अध्ययन में ये पाया गया है कि मधुमेह के रोगियों में यूटीआई की समस्या दर प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष 46.9 और सामान्य व्यक्तियों के लिए 29.9 थी। पहले से डायबिटीज की शिकार महिलाओं में डायबिटीज (6 महीने के भीतर) होने की तुलना में यूटीआई का अधिक खतरा था।
फोर्टिस हॉस्पिटल में नेफ्रोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ. संजय गुलाटी के अनुसार, मधुमेह के कारण व्यक्ति के शरीर में उच्च रक्त शर्करा व्यक्ति के रक्षा तंत्र को कमजोर करता है और ऐसे में इससे पीड़ित व्यक्ति में दूसरे रोगों के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यही वजह है कि यूटीआई की समस्या भी मधुमेह रोगियों में भी अधिक होती है। दरअसल, खराब रोग प्रतिरोधक क्षमता और खराब उपापचय के कारण मूत्राशय में यूटीआई का जोखिम बढ़ जाता है। साथ ही मधुमेह से पीड़ित महिलाओं में यूटीआई के संक्रमण की स्थिति और ठीक होने का समय दोनो ही बढ़ जाता है।
यूटीआई का सबसे गंभीर रूप पाइलोनफ्राइटिस है, जो सामान्य लोगों की तुलना में मधुमेह रोगियों में 10 गुना अधिक होता है। इसके चलते उच्च रक्तचाप, गुर्दे की क्षति, गर्भावस्था में समय से पहले प्रसव या जानलेवा रक्त संक्रमण जैसी जटिलताएं हो सकती हैं। यूटीआई का आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज किया जाता है, जिसमें इस संक्रमण को पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। लेकिन मधुमेह रोगियों में ये उपचार लंबा है, जिसकी अवधि 7 से 14 दिनों की या मौजूद बैक्टीरिया के प्रकार और संक्रमण की गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकती है।
कैसे करें बचाव
वैसे मधुमेह से पीड़ित महिलाओं में भी यूटीआई की समस्या को काफी हद तक रोका जा सकता है, इसके लिए आप इन बातों का ध्यान रखें…
पानी का भरपूर सेवन करें
बॉडी में शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। पानी के अलावा जूस, लस्सी और दूसरे पेय पदार्थों का सेवन भी जरूर करें।
खान-पान पर ध्यान दें
गलत खानपान यूटीआई के संक्रमण को बढ़ाता है, इसलिए संतुलित भोजन ग्रहण करें। खासकर मिर्च मसाले वाले खाद्य पदार्थों से बचें। साथ ही हरी सब्जियों और फलों का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें।
यूरिन को ना रोकें
यूरिन को भूलकर भी ना रोकें, क्योंकि ये यूटीआई के होने का प्रमुख कारण है। दरअसल, यूरिन रोकने से यूरिन के बैक्टीरिया शरीर में जमा होकर संक्रमण पैदा करने लगते हैं। इसलिए नियमित अंतराल पर मूत्र त्याग करते रहें।
शौचालय स्वच्छता पर ध्यान दें
शौचालय स्वच्छता पर उचित ध्यान दें, खासकर सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करते वक्त खास सावधान रहे, क्योंकि ये यूटीआई के संक्रमण के प्रमुख कारणों में से एक है। अगर आप वॄकग हैं तो ऑफिस या दूसरे सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करते वक्त सावधान रहें। इसके लिए शौचालय उपयोग करने से पहले और बाद में शौचालय को फ्लश और शौचालय की सीट पर पानी डालकर सूखे नैपकिन से साफ कर लें। निजी साफ-सफाई का ध्यान रखें। इसके साथ ही शारीरिक संबंध बनाने के बाद अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई करना ना भूलें, असल में प्राइवेट पार्ट की गंदगी भी यूटीआई इंफेक्शन की एक मुख्य वजह हो सकती है।
योग है लाभकारी
वहीं योग और व्यायाम महिलाओं यूटीआई इंफेक्शन से जल्दी निजात दिलाने में काफी उपयोगी होते हैं। खासकर गोमुखासन योग यूटीआई के संक्रमण से राहत पाने के लिए बेहद कारगर है।
गर्म पानी की सिकाई
यूटीआई के संक्रमण से राहत दिलाने में गर्म पानी की सिकाई काफी फायदेमंद साबित होती है। इससे सूजन के साथ, संक्रमण कम होता है। वैसे तो यूटीआई इन्फैक्शन महिलाओं में होने वाला सामान्य संक्रमण है और उचित देखरेख से इससे निजात पाया जा सकता है। लेकिन अगर समस्या गंभीर है, तो लापरवाही ना बरतें और तुरंत किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।