वैज्ञानिक परीक्षणों को राजनीति के मैदान का हिस्सा बनाएगी रॉकेट बॉयज 2: Rocket Boys Season 2
Rocket Boys Season 2: वेब सीरीज रॉकेट बॉयज की कहानी दर्शकों को पसंद आई थी और अब इसका दूसरा सीजन आ चुका है जिसमें अंतरिक्ष और परमाणु अनुसंधान की कहानी को आगे बढ़ते हुए बताया जा रहा है। 2 वैज्ञानिकों पर बनाई गई यह कहानी काफी इंटरेस्टिंग है जिसमें होमी जहांगीर बाबा का कहना है कि अगर भारत को एक ताकतवर देश के रूप में आगे बढ़ाना है तो परमाणु अनुसंधान का काम तेजी से चलाना होगा। वहीं दूसरी तरफ विक्रम साराभाई अंतरिक्ष में उपग्रह भेजकर आम इंसान की जिंदगी को संवारने की कोशिश में लगे हुए हैं। दोनों की कोशिशों के साथ आसपास रची जा रही साजिशों के साथ भारतीय राजनीति की परतों को भी उधेड़ा जाने वाला है।
ऐसी है कहानी
देश की बेहतरी के लिए प्रयास कर रहे इन दोनों ही वैज्ञानिकों कि अपनी पारिवारिक अड़चनें भी हैं और इसी के साथ भारत एक तरफ पाकिस्तान और दूसरी तरफ चीन से घिरा हुआ है और ऐसे में उसे रूस में अपना मददगार नजर आ रहा है। सीवी रमन और एपीजे अब्दुल कलाम को भी इस कहानी में दिखाया जाने वाला है। 1947 के पोखरण परीक्षण से लेकर भारतीय राजनीति की अंदरूनी हकीकत और जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद मोरार जी देसाई प्रधानमंत्री को नहीं बन सके ये सब भी सीरीज का हिस्सा है।
वैज्ञानिकों की उपलब्धि पर राजनीति
सीरीज के पहले सीजन में जहां वैज्ञानिकों की उपलब्धि पर उनकी सराहना की जा रही थी। वह दूसरे सीजन तक आते-आते यह कहानी राजनीति की चाशनी में डूबी हुई नजर आ रही है। इस सीरीज की जो कहानी लिखी गई है वैज्ञानिकों के सामने आई मुसीबत के सहारे देश की राजनीति में आई उन घटनाओं को दर्शाया गया है जो आज की पीढ़ी क्या बल्कि उससे पहले के लोगों को भी नहीं पता होगी।
भविष्य की राजनीति पर चर्चा
इसमें एक दृश्य दिखाया गया है जिसमें प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद उन्हें भाई कहकर बुलाने वाले होमी जहांगीर भाभा शोक सभा में इंदिरा गांधी को अलग ले जाकर उनके कार्यालय में बैठकर भविष्य की राजनीति पर चर्चा करते हुए दिखाई दे रहे हैं जो इस सीरीज के असली मकसद से पर्दा उठा रहा है।
वैज्ञानिकों के अनुसंधानों से निकल कर राजनीति और परिवारवाद तक पहुंची ये कहानी कहीं न कहीं पहले सीजन से अलग है लेकिन भारतीय राजनीति के अनकहे और अनजान किस्से दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे।
इन्होंने निभाया किरदार
पिछले सीजन की तरह इस बार भी इश्वाक सिंह और जिम सरभ अपने अपने किरदारों में पूरी तरह से डूबे नजर आ रहे हैं वैज्ञानिक रजा के रूप में दिब्येंदु भट्टाचार्य फिर एक बार फिर दर्शकों की बेचैनी बढ़ाएं। कलाम का किरदार अर्जुन राधाकृष्णन ने निभाया है और रमन बने टी एम कार्तिक का किरदार भी शानदार है।