एक दूसरे के प्रति संवेदनशील बनने के लिए दुख भरी बातें करें साझा: Emotional Relationship
Emotional Relationship: अगर आप किसी के साथ रिलेशन में हैं तो आपको पता होगा की हमेशा खुशी का ही माहौल नहीं रहता बल्कि ऐसा समय भी आता है जब आप काफी लो और डाउन महसूस करते हैं। आपके पार्टनर के साथ भी ऐसा होता होगा की वह किसी समय आपसे हंस कर और मुस्कुराके बात नहीं कर सकते है। इस स्थिति में आप दोनों को एक दूसरे की परेशानी समझने की कोशिश करनी चाहिए और एक दूसरे के दुख में साथ देना चाहिए। ऐसा माना जाता है की अगर आप एक दूसरे के साथ अपना दुख साझा करते हैं तो एक दूसरे के प्रति और ज्यादा संवेदनशील बनते हैं।
ईमानदारी और विश्वास बढ़ता है :
अगर आप एक दूसरे के प्रति भावनाएं व्यक्त करते हैं चाहे वह सुख की हो या फिर दुख की तो आप एक दूसरे के प्रति और ज्यादा ईमानदार बनते हैं और आप दोनों के बीच विश्वास भी कायम होता है। दुख के समय एक दूसरे का साथ देने से आप और अधिक संवेदनशील बनते हैं।
रिश्ता मजबूत होता है :
अगर आप एक दूसरे की मुसीबत में एक दूसरे का साथ देते हैं तो आप का रिश्ता मजबूत होता है। आपके पार्टनर का आप पर भरोसा मजबूत होता है।
इज्जत करने लग जाते हैं :
अगर आप एक दूसरे का ऐसे कठिन समय में साथ देते हैं तो आपके पार्टनर के मन में आप के लिए और ज्यादा सम्मान बढ़ जाता है। वह आपकी पहले से अधिक कदर करने लगता है और साथ में आप के रिश्ते में एक सकारात्मकता बनी रहती है।
भावनाओं के प्रशंसक बनते हैं :
अगर आप एक दूसरे से अपनी दुख भरी बातों को शेयर करते हैं तो आप एक दूसरे की भावनाओं के प्रति प्रशंसक बनते हैं। ऐसा करने से आप दोनों का रिश्ता पहले से अधिक मजबूत बनता है और आप दोनों एक दूसरे पर विश्वास करने लगते हैं की मुसीबत में यह व्यक्ति आपके काम आ सकता है।