स्टार्टअप शुरू करने से पहले जानें ये खास रूल्स: Startup Ideas
Startup Ideas: भारत में एंत्रप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप्स ईकोसिस्टम का तेजी से विकास हो रहा है। सफल स्टार्टअप्स की कहानी सुनना और अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करने का सपना देखना बड़ा आसान लगता है। लेकिन ये सब कुछ इतना आसान नहीं होता। स्टार्टअप शुरू करने से पहले कई तरह की तैयारियां करनी पड़ती हैं। बिजनेस स्टार्ट करने के लिए सबसे पहले आपके पास एक बिजनेस आइडिया होना जरूरी है, इसके बाद कई कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करना होता है और बिजनेस को बड़ा बनाने के लिए मार्केटिंग भी करनी पड़ती है। भारत सरकार भी स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए कई तरह के बेनिफिट्स देती है। फिर भी अपना खुद का बिजनेस खड़ा करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। अगर आप भी अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए क्या-क्या तैयारी करनी होगी इसके बारे में आज हम आपको बता रहे हैं।
बिजनेस आइडिया होता है अहम
अपना बिजनेस स्टार्ट करने के लिए सबसे पहला कदम है यह तय करना कि आप किस तरह का बिजनेस करना चाहते हैं। आपके पास एक अनूठा बिजनेस आइडिया होना जरूरी है। आपको ऐसा बिजनेस चुनना चाहिए जिसके लिए आपके अंदर जुनून हो और आप उसमें रुचि रखते हों। इसके लिए आपको बिजनेस आइडिया पर रिसर्च करना होगा। अपने बाजार और प्रतिस्पर्धियों के बारे में पूरी जानकारी जुटानी होगी, जिससे आपको अपनी रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। आपको ये भी पता करना होगा कि आपके बिजनेस प्रोडक्ट या सर्विस में किस तरह के लोग रुचि लेंगे या आपके लक्षित ग्राहक कौन होंगे। भारत में ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत हॉस्पिटैलिटी, मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री, टूरिज्म और एग्रीकल्चर में स्टार्टअप्स के लिए कई अवसर मौजूद हैं।
बनाएं बिजनेस प्लान
अगला कदम होगा एक बिजनेस प्लान तैयार करना। इसमें प्रमुख बिजनेस लक्ष्य, फंड की व्यवस्था और समयसीमा जैसे बिंदु शामिल होंगे। ये आपके बिजनेस के लिए एक ब्लूप्रिंट की तरह काम करेगा। बिजनेस प्लान में अपनी कंपनी की वैल्यूज और मिशन का वर्णन होना चाहिए, जो आपको बिजनेस में कठिन प्रोजेक्ट्स या समय में मार्गदर्शन करने में मदद करेंगे। बिजनेस प्लान में कुछ जरूरी कम्पोनेंट्स होना जरूरी है, जो इस प्रकार हैं:
– कंपनी डिस्क्रिप्शन
– एग्जीक्यूटिव समरी
– प्रदान की जाने वाली सर्विस और उत्पाद
– मार्केट एनालिसिस
– अनुपालन प्रक्रिया और बिजनेस रणनीति
– टीम मैनेजमेंट
– फाइनेंशियल प्रोजेक्शन और प्लान
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फंड की व्यवस्था
हर बिजनेस को खड़ा करने और चलाने के लिए फंड सबसे महत्वपूर्ण होता है। कभी-कभी एंत्रप्रेन्योर्स अपनी बचत या अपने रिश्तेदारों या परिवार से पैसा उधार लेकर बिजनेस शुरू करते हैं। आमतौर पर, छोटे बिजनेस खुद के पैसे से ही शुरू किए जाते हैं। हालांकि, आप अपने बिजनेस के लिए कई स्रोतों से फंड जुटा सकते हैं। सभी बैंक बिजनेस के लिए वर्किंग कैपिटल और टर्म लोन की पेशकश करते हैं। अधिकांश बैंकों ने बिजनेस शुरू करने के लिए कई तरह की योजनाएं पेश की हैं। सरकार भी छोटे बिजनेस के लिए फंड उपलब्ध कराती है। कई को-ऑपरेटिव सोसाएटीज भी स्मॉल बिजनेस के लिए लोन देती हैं। क्राउडफंडिंग के जरिये भी आप पूंजी जुटा सकते हैं। क्राउडफंडिंग का मतलब है अपनी कंपनी में शेयर देकर अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, अपने जान-पहचान वालों, पड़ोसी और आम जनता से पैसा जुटाना। इसके अलावा वेंचर कैपिटालिस्ट और एंजेल इनवेस्टर्स से भी फंड लिया जा सकता है। ये लोग स्टार्टअप्स और स्माल बिजनेस को फंड के लिए बेहतर अवसर प्रदान करते हैं।
बिजनेस नेम
बिजनेस आइडिया की तरह ही कंपनी या फर्म का नाम भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। ध्यान रखें कि आपकी कंपनी या फर्म का नाम पहले से मौजूद किसी कंपनी या फर्म से मिलता-जुलता नहीं होना चाहिए। अगर आपकी कंपनी का नाम पहले से मौजूद किसी कंपनी से मिलता-जुलता होगा तब कंपनी रजिस्ट्रार आपकी कंपनी रजिस्ट्रेशन एप्लीकेशन को कैंसिल कर देगा। इसलिए अपने बिजनेस के लिए इस तरह का नाम चुनना जरूरी है जो कानूनी रूप से स्वीकार्य हो। कंपनी या फर्म का नाम तय करने से पहले, आपको इसके लिए भरपूर रिसर्च करनी होगी। आपको ऐसे नामों पर विचार करना चाहिए तो बहुत ज्यादा कठिन, लंबे, मुश्किल और याद रखने में कठिन न हों। कंपनी का नाम हमेशा विशिष्ट होना चाहिए ताकि आपके ग्राहक इसे आसानी से याद रख सकें और दूसरों को इसके बारे में बता सकें। यूनिक नेम को रजिस्टर कराना आसान भी होता है।
बिजनेस ऑफिस
बिजनेस को रजिस्टर्ड कराने और ऑफिशियल बिजनेस कम्यूनिकेशन के लिए कंपनी का एक ऑफिस पता होना जरूरी होता है। आप अपने घर या किराये की जगह से बिजनेस शुरू कर सकते हैं। अगर आपका बिजनेस ऑनलाइन है तब आप इसे अपने घर से ऑपरेट कर सकते हैं और आपके घर का पता ही आपके ऑफिस का पता होगा। ऑफिस के लिए जगह खरीदने या किराये पर लेने से पहले कई कारकों पर विचार करना चाहिए। आपका ऑफिस मेन रोड के पास आसान पहुंच में होना चाहिए ताकि आपके ग्राहक आसानी से आप तक पहुंच सकें।
वेबसाइट बनाना
बिजनेस को आगे बढ़ाने में टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। किसी बिजनेस के प्रोडक्ट्स या सर्विसेस को वेबसाइट पर लिस्ट करने से ग्राहकों को आपके बिजेनस को बेहतर ढंग से जानने और आपकी सर्विस का लाभ उठाने में आसानी होगी। बहुत से लोग ऑनलाइन शॉपिंग पसंद करते हैं, इसलिए एक बिजनेस वेबसाइट होने से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
मार्केटिंग रणनीति
बिजनेस को रजिस्टर करने के बाद ग्राहकों तक पहुंचने के लिए प्रमोशन और विज्ञापन की जरूरत होती है। अपने बिजनेस प्रोडक्ट्स और सर्विस को प्रमोट करने के लिए आपको एक मार्केटिंग रणनीति बनानी होगी। अपने बिजनेस का ऑनलाइन प्रचार करने से संभावित ग्राहकों तक तेजी से पहुंचने में मदद मिलती है। इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया जा सकता है। इसके अलावा न्यूजपेपर, लोकल रेडिया चैनल, पैम्पलेट आदि का भी सहारा लिया जा सकता है। आप अपने बिजनेस सोशल मीडिया पेज पर प्रोडक्ट और सर्विस से जुड़े हुए वीडियो भी डाल सकते हैं।
बैंक अकाउंट खोलना
अपने बिजनेस के नाम पर एक बैंक अकाउंट खोलना जरूरी होता है। बिजनेस से जुड़े सभी तरह के लेनदेन इसी बिजनेस अकाउंट से करना चाहिए। इससे आपको पर्सनल और बिजनेस लेनदेन अलग-अलग मेंटेन करने में मदद मिलेगी। अकाउंट खोलने के लिए बैंक का चुनाव करते समय, आपको कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए। जैसे बैंक में ओवरड्राफ्ट सुविधा है या नहीं, फ्री चेक लिमिट क्या है, लोन की सुविधा कैसी है, लैटर ऑफ क्रेडिट सुविधा है या नहीं आदि।