चने खाने के हैं इतने सारे नुकसान, जानिए क्या हैं इन्हें खाने का तरीका: Disadvantages of Chickpeas
Disadvantages of Chickpeas: चना एक ऐसा फूड है जिसे अधिकतर लोग खाना पसंद करते हैं और यह हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद माना गया है। चने में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जिससे डाइजेस्टिव सिस्टम सही रहता है। इसके साथ ही वजन कम करने, हृदय की समस्याओं को दूर करने, डायबिटीज को मैनेज करने आदि में भी चने को लाभदायक पाया गया है। इसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल आदि भी होते हैं। लेकिन, चने खाना सबके लिए फायदेमंद नहीं होते। कुछ लोग इनका सेवन करने के बाद समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं। आइए जानें कि चने खाने के क्या नुकसान हो सकते हैं और इन्हें खाने के सही तरीके के बारे में भी जानें।
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एलर्जिक रिएक्शन
कुछ लोगों को फलियों से एलर्जी हो सकती है। इन फलियों में चने भी शामिल हैं। अगर किसी को चने खाने से एलर्जी है, तो वो इसका सेवन करने के बाद जी मिचलाना, उल्टी आना, पेट में दर्द और खुजली जैसी परेशानियों का अनुभव कर सकते हैं। अगर यह एलर्जिक रिएक्शन गंभीर हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि, यह जानलेवा भी हो सकते हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम
चने का सेवन करने के बाद गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इशूज होना भी सामान्य है। कच्चे चने में कुछ हानिकारक सब्सटांस होते है, जिन्हें पचाना मुश्किल हो सकता है। पके हुए चने में भी काम्प्लेक्स शुगर, डिसैक्राइड, मोनोसैक्राइड आदि होते हैं। इन्हें डाइजेस्ट करना भी आसान नहीं होता और इंटेस्टाइन इन्हें पूरी तरह से इन्हें एब्जॉर्ब नहीं कर पाता है। इनके कारण ब्लोटिंग, गैस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
पथरी
चने में ऑक्सालेट्स होते हैं, जो किडनी से यूरिन के माध्यम से रिमूव हो सकते हैं। जैसे ही शरीर में ऑक्सालेट का लेवल बढ़ता है, वे कैल्शियम के साथ किडनी में जमा हो जाते हैं और एक प्रकार की किडनी स्टोन का उत्पादन करते हैं, जिन्हें कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन कहा जाता है। खून में यूरिक एसिड के बढ़ने पर किडनी स्टोन की समस्या बढ़ सकती है।
यूरिक एसिड का जमा होना
चने में केमिकल होते हैं जिन्हें प्यूरीन कहा जाता है और जब यह प्यूरीन्स ब्रेक-डाउन होते हैं, तो अत्यधिक यूरिक एसिड बनता है, जो गठिया का कारण बन सकता है। गाउट एक प्रकार का गठिया है, जो जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल के जमा होने के कारण होता है। इसके अलावा चना किन्हीं दवाईयों के साथ भी रिएक्ट कर सकता है। इसलिए, इस बारे में डॉक्टर से अवश्य बात करें।
चने खाने का सही तरीका और समय
भीगे हुए चने में कैलोरीज अधिक मात्रा में पाई जाती है, जिससे शरीर को एनर्जी मिलती है। इसके अलावा इससे शरीर को कई न्यूट्रिएंट्स भी मिलते हैं। इसमें फाइबर भी होते हैं, जिसके बहुत से हेल्थ बेनिफिट्स हैं। अगर बात की जाए चने खाने के सही समय की, तो भीगे हुए चने को सुबह उठकर खाना चाहिए। खाली पेट इसे खाने से यह जल्दी पच जाते हैं। अगर किसी में कम खून की समस्या है, तो उन्हें भीगे चने को शहद के साथ खाना चाहिए, इससे लाभ होता है। यूरिन संबंधी समस्याएं होने पर भिगोए चने को गुड़ के साथ खाना फायदेमंद होता है। चनों का अधिक मात्रा में सेवन करना भी नुकसानदायक हो सकता है। यही नहीं, अगर आपको गैस जैसी परेशानी है तो भी इसका कम मात्रा में ही सेवन करें।