For the best experience, open
https://m.grehlakshmi.com
on your mobile browser.

आप भी हैं अगर थायराइड से परेशान, तो वजन घटाने और मेटाबॉलिज़्म बढ़ाने में ये योग आसान आएंगे आपके काम: Thyroid Treatment

थायराइड एक अत्यधिक सामान्य समस्या है जो शरीर की थायराइड ग्रंथि से संबंधित होती है।
07:30 AM May 14, 2023 IST | Sufia Parveen
आप भी हैं अगर थायराइड से परेशान  तो वजन घटाने और मेटाबॉलिज़्म बढ़ाने में ये योग आसान आएंगे आपके काम  thyroid treatment
Thyroid Treatment
Advertisement

Thyroid Treatment: थायराइड एक अत्यधिक सामान्य समस्या है जो शरीर की थायराइड ग्रंथि से संबंधित होती है। योग थायराइड को ठीक करने में मदद कर सकता है। योग व्यायाम से हारमोन लेवल और थायराइड की गतिविधि को संतुलित करने में मदद मिलती है। योग व्यायाम जैसे सर्वांगासन, उड़यान प्राणायाम, विपरीतकरण आसन, मत्स्यासन, शोधन प्राणायाम आदि थायराइड को ठीक करने में मदद करते हैं।

योग एक ऐसा विशेष व्यायाम है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। योग व्यायाम न केवल शारीरिक संतुलन को बढ़ाने में मदद करता है बल्कि यह मानसिक तनाव को कम करने, ध्यान को बढ़ाने, श्वसन प्रणाली को सुधारने और निरोगी जीवन शैली को बढ़ाने में भी मदद करता है।

थायरॉइड क्या है?

Thyroid Treatment
Thyroid

थायरॉइड शरीर में मौजूद एक ग्लैंड है जो हमारी गर्दन में मौजूद होता है। ये विंडपाइप के चारो तरफ लिपटा हुआ होता है। थायरॉइड हमारी बॉडी में हार्मोन बनाने के लिए ज़िम्मेदार माना जाता है। जो कि हमारे शरीर के कई कामों के लिए बेहद ज़रूरी है। थायरॉइड का सबसे ज़रूरी काम होता है हॉर्मोन्स रिलीज़ करना और उसे सही तरह से कंट्रोल में रखना। जिससे हमारी बॉडी का मेटाबॉलिज़्म कंट्रोल किया जा सके।

Advertisement

यह भी पढ़ें | Weight Loss tips at home: वर्क फ्रॉम होम के दौरान करना है वेट लॉस तो अपनाएं यह टिप्स

थायरॉइड के लक्षण

चिंता या एंग्जाइटी, चिड़चिड़ापन और घबराहट
सोने में दिक्कतें
तेज़ी से वजन घटना
बढ़ा हुआ थाइरॉइड ग्रंथि या ग्लैंड
कमज़ोर मांसपेशियां
गर्मी सहन न कर पाना
आंखों से जुड़ी परेशानियां जैसे जलन, कमज़ोरी
पीरियड्स का समय निश्चित न होना

Advertisement

थायरॉइड ठीक करने के लिए योगासन

इनवर्टेड पोज

विपरीत करनी यानी इनवर्टेड पोज़ को लेग्स अप द वॉल पोज़ के नाम से भी लोग जानते हैं। यह हाइपो थायरॉइडिज़्म के साथ ही कई और बीमारियों के लिए भी फायदेमंद साबित होता है। यह थायरॉइड के लिए सबसे अच्छे योगासनों में से एक माना जाता है। बता दें, यह आसन थायरॉइड ग्लैंड में ब्लड फ्लो को अच्छे से बढ़ाता है और उसके काम को भी कंट्रोल करता है।

हलासन

Halasana
Halasana

हाइपो थायरॉइडिज़्म के लिए हलासन सबसे ज्यादा फायदेमंद योगासनों में से एक है। इसमें आपको गर्दन में खिंचाव भी होता है। जिससे आपके थाइरॉइड ग्लैंड हॉर्मोन को रिलीज़ होने में भी काफी मदद मिलती है। इतना ही नहीं इससे एब्डोमिनल और बैक मसल्स भी काफी मजबूत होते हैं। ये आसान रेगुलर करेंगे तो आपको कुछ ही दिनों में अच्छा फर्क देखने को मिलेगा।

Advertisement

धनुरासन

धनुरासन थायरॉइड ग्लैंड को हार्मोन प्रोड्यूस करने के साथ-साथ हमारी पीठ को भी मजबूत करने में मदद करता है। इसके साथ ही आपको पीरियड्स क्रैम्प्स से राहत दिलाने में ये आसान काफी मदद करता है। हाइपो थायरॉइडिज़्म से पीड़ित लोगों के लिए धनुरासन काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। आप इसे अपने रेगुलर वर्कआउट रूटीन में जरूर शामिल कर लें।

भुजंगासन

Bhujangasana
Bhujangasana for Thyroid Treatment

भुजंगासन भी हाइपो थायरॉइडिज़्म के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद योग मुद्रा मानी जाती है। इसमें आपकी गर्दन और गले के एरिया को फैलाया जाता है, जिससे आपकी बॉडी के थायरॉइड हार्मोन को आसानी से रिलीज़ होने में काफी मदद मिलती है।

उष्ट्रासन

उष्ट्रासन गले हमारे को काफी अच्छा खिंचाव देता है और हमारी शरीर में थायरॉइड के काम को अच्छे से मैनेज करने में भी मदद करता है। जिन लोगों को रीढ़ से जुड़ी समस्या है, वे भी ऊंट मुद्रा यानी उष्ट्रासन प्रैक्टिस करें। यह योग मुद्रा अस्थमा से पीड़ित लोगों को भी काफी राहत देने में मदद करेगा। ये आसान आपके पेट की मसल्स को फैलाती है, और पीरियड क्रम्स को कम करने में मदद करती है।

Advertisement
Tags :
Advertisement